न्याय की आशा में एक पिता ने पुत्र के शव को 20 महीने से घर में संजो कर रखा है

पालनपुर में एक अजीब केस सामने आई है। जिसमें एक पिता ने न्याय की अपेक्षा से अपने पुत्र के शव को पिछले 20 महीने से घर में संभाल कर रखा है। पिता को पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराए 20 महीेने हुए हैं किंतु अभी तक पिता को न्याय नहीं मिला है। इसलिए पिता ने अपने पुत्र के शव को कपड़े में लपेटकर रखा है।
रिपोर्ट के अनुसार डुंगराल विस्तार में आदिवासी समाज में आज भी दुश्मनी लेने की भावना प्रबल है। इस भावना के कारण एक पिता ने अपने पुत्र के शव को पिछले 20 महीने से घर में संजो कर रखा है। इस पूरे घटना की बात की जाए तो पालनपुर के दांता तहसील में स्थित जमरु गांव में रहनेवाले नटु के पिता हगराभाई को नटु की सड़ी हुई लाश मिली थी। जिसके कारण हगराभाई ने अपने बेटे की हत्या की आशंका व्यक्त की है। उन्होंने अपने घर के समीप में रहनेवाले रमण, राजा और तराल नामक व्यक्ति समेत 10 लागों के खिलाफ पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराया था, किंतु समग्र मामले में पुलिस ने हत्या का अपराध दर्जकर दुर्घटना में मौत का अपराध दर्ज किया। उसके बाद नटु के शव को एफएसएल में भेज दिया गया।

उसके बाद एफएसएल का रिपोर्ट नहीं आने से नटु के पिता हगराभाई ने पुत्र के शव को संजो कर रखा था। घटना के डेढ़ वर्ष होने के बाद भी पुलिस द्वारा एफएसएल का रिपोर्ट नहीं दिया गया। हगराभाई ने पुत्र के शव को अपने घर के समीप स्थित एक खंडहर जैसे मकान के शौचालय में छुपाकर रखा है। हगराभाई ने शौचालय को ताला मारकर चाबी अपने पास ही रखा है। मृतक नटु का सबसे बड़ा बेटा बाबु हगराभाई को देखरेख करता है और इडर के समीप स्थित एक खेत में मजदूरी का कार्य करता है। वृद्घ पिता ने पुत्र को न्याय मिले इसके लिए उसका शव पिछले 20 महीने से घर में संभालकर रखा है।
यह पूरे मामले में हडाद पुलिस थाने में पीएसआई एम.बी. जाडेजा ने कहा कि फिलहाल मैं छुट्टी पर हूं। यह मामला मेरे ध्यान में है। इस केस में एडी फाइल हो गई है। मैं जब कार्य पर जाऊंगा तब उन लोगों को पुलिस थाने बुलाकर योग्य कार्यवाही की जाएगी।