उत्तरायन स्पेशल : सूरत के एक दंपति ने गेहूँ से बनाई 5 फीट बड़ी पतंग की रंगोली
गुजरात के सबसे बड़े और पसंदीदा त्योहारों मे से एक उत्तरायन को अब मात्र एक दिन बाकी है। हर साल लोग अलग अलग तरह की पतंगो को लेकर आसमान में राज करने का सपना लेकर छतों पर चढ़ जाते है। ऐसे मे सूरत के एक दंपति ने एक अनोखी पतंग बनाई है। सूरत के इस दंपति ने गेहूँ की सहायता से 5 फीट बड़ी पतंग की रंगोली बनाई है। इस पतंग पर दंपति ने कोरोना से खुद को बचाने के लिए उपयोगी मार्गदर्शिका बनाई है। दंपति ने सभी को मास्क पहनने, सामाजिक दूरी का पालन करने और बार बार साबुन से हाथ धोने की विनंती करते हुये, कोरोना के सामने इस लड़ाई मे गुजरात के विजयी होने की आशा व्यक्त की है। उल्लेखनीय है की 14 जनवरी को मनाया जाने वाला उत्तरायन का त्योहार गुजारतियों मे काफी मशहूर है। इस दिन सभी अपने छतों पर चढ़ कर पतंग उड़ाने का आनंद लेते है। ऐसे मे पतंग के रंग मे कही भंग न हो जाए इसलिए त्योहार के दौरान भी कोरोना मार्गदर्शिकाओं का पालन करना काफी जरूरी है।

गुजरात के सबसे बड़े और पसंदीदा त्योहारों मे से एक उत्तरायन को अब मात्र एक दिन बाकी है। हर साल लोग अलग अलग तरह की पतंगो को लेकर आसमान में राज करने का सपना लेकर छतों पर चढ़ जाते है। ऐसे मे सूरत के एक दंपति ने एक अनोखी पतंग बनाई है। सूरत के इस दंपति ने गेहूँ की सहायता से 5 फीट बड़ी पतंग की रंगोली बनाई है।
इस पतंग पर दंपति ने कोरोना से खुद को बचाने के लिए उपयोगी मार्गदर्शिका बनाई है। दंपति ने सभी को मास्क पहनने, सामाजिक दूरी का पालन करने और बार बार साबुन से हाथ धोने की विनंती करते हुये, कोरोना के सामने इस लड़ाई मे गुजरात के विजयी होने की आशा व्यक्त की है।
उल्लेखनीय है की 14 जनवरी को मनाया जाने वाला उत्तरायन का त्योहार गुजारतियों मे काफी मशहूर है। इस दिन सभी अपने छतों पर चढ़ कर पतंग उड़ाने का आनंद लेते है। ऐसे मे पतंग के रंग मे कही भंग न हो जाए इसलिए त्योहार के दौरान भी कोरोना मार्गदर्शिकाओं का पालन करना काफी जरूरी है।