सूरत : लॉकडाउन के 54 दिनों में विविंग उद्योग का 2100 करोड़ के उत्पादन का नुकसान

सूरत : कोरोना संक्रमण के कारण लॉकडाउन के कारण शहर में पावरलूम वीवींग उद्योग लगातार बंद है। 23 मार्च से लेकर 15 मई तक 54 दिनों के दौरान उद्योग को 2100 करोड़ के उत्पादन का नुकसान उद्योग में हुआ है। पांडेसरा विवर्स कॉ-ओ. सोसायटी ने जिला कलेक्टर को दिए ज्ञापन मेें कहा कि, रोजगार एवं व्यवसाय को बनाए रखना आवश्यक है। शहर-जिले में वीवींग और संबंधित इकाइयों को 33 प्रतिशत क्षमता पर चलाने अनुमति देने की मांग जिला कलेक्टर से की गई है।
सोसायटी के अध्यक्ष आशिष गुजराती ने ज्ञापन में कहा कि बडी संख्या में उद्यमियों ने बैंक ऋण लिया है। इस ऋण का ब्याज बढ़ रहा है। तमाम उद्योग संचालकों को बीते वित्तिय वर्ष 2019-20 के आयकर रिटर्न, जीएसटी, टीडीएस आदि दस्तावेज का निवारण करना है। इसके अलावा पावरलूम करखानों में स्टॉक एवं मशीनरी की सुरक्षा का भी बड़ा प्रश्न है। औद्योगिक विस्तारों में आपराधिक घटनाएं बढऩे की आशंका है।
लॉकडाउन के समय में पावरलूम वीवींग उद्योग पूर्णतया बंद है। 54 दिनों में इण्डस्ट्री को ब्याज और फिक्स कॉस्ट मिलाकर 130 करोड़ का सीधा नुकसान हुआ है। इसके अलावा उद्योग को 2100 करोड़ की प्रोडक्शन लॉस हुई है। संगठन ने कन्टेन्मेन्ट एरिया को छोड़कर विविध विस्तारों में पावरलूम एवं संबंधित इण्डस्ट्री को 33 प्रतिशत क्षमता पर ऑपरेट करने मंजूरी देने की मांग की है। सरकार की ओर से सुरक्षा व सावधानी के लिए जारी किए गए सभी दिशानिर्देशों का पालन करते हुए वीवींग उद्योग को चालू करने की मंजूरी देने की अपील की गई है।