सूरत : सुप्रिम कोर्ट द्वारा कृषि कानुनों के अमल पर प्रतिबंध लगाने से सूरत किसान समाज खुश
जहांगीरपुरा स्थित जिनिंग मिल कंपाउन्ड में किसान समाज ने खुशी व्यक्त की सुप्रिम कोर्ट ने तीनों कृषि कानुनों के अमल पर प्रतिबंध लगाने पर पिछले कई दिनों से इन कानुन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानों में खुशी की लहर छा गयी है। सूरत किसान समाज ने भी सुप्रिम कोर्ट के आदेश के बाद जहांगीरपुरा स्थित जिनिंग मिल में खुसी व्यक्त की। इस स्थल पर दक्षिण गुजरात किसान समाज ने प्रतिक उपवास के साथ दिल्ली में चल रहे किसानों के आंदोलन को समर्थन दिया था। किसानों द्वारा पिछले 47 दिनों से केन्द्र सरकार द्वारा संसद में पारित किए गए 3 कृषि कानुनों का विरोध किया जा रहा है। दिल्ली बोर्डर पर कडाके की ठंड में पंजाब, हरियाणा और राजस्थान के किसान लगातार विरोध प्रदर्शन करते आ रहे है। नये तीनों कृषि कानुन वापस लेने की मांग के साथ किसान संगठन अडे हुए थे। केन्द्र सरकार के कृषि मंत्री के साथ लगातार कई बैठकों का दौर चला उसके बावजुद कोई हल नही निकला। इस दौरान किसानों का आंदोलन हिंसक स्वरूप न धारन कर ले उसे रोकने के लिए सुप्रिम कोर्ट […]

जहांगीरपुरा स्थित जिनिंग मिल कंपाउन्ड में किसान समाज ने खुशी व्यक्त की
सुप्रिम कोर्ट ने तीनों कृषि कानुनों के अमल पर प्रतिबंध लगाने पर पिछले कई दिनों से इन कानुन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानों में खुशी की लहर छा गयी है। सूरत किसान समाज ने भी सुप्रिम कोर्ट के आदेश के बाद जहांगीरपुरा स्थित जिनिंग मिल में खुसी व्यक्त की। इस स्थल पर दक्षिण गुजरात किसान समाज ने प्रतिक उपवास के साथ दिल्ली में चल रहे किसानों के आंदोलन को समर्थन दिया था।
किसानों द्वारा पिछले 47 दिनों से केन्द्र सरकार द्वारा संसद में पारित किए गए 3 कृषि कानुनों का विरोध किया जा रहा है। दिल्ली बोर्डर पर कडाके की ठंड में पंजाब, हरियाणा और राजस्थान के किसान लगातार विरोध प्रदर्शन करते आ रहे है। नये तीनों कृषि कानुन वापस लेने की मांग के साथ किसान संगठन अडे हुए थे।
केन्द्र सरकार के कृषि मंत्री के साथ लगातार कई बैठकों का दौर चला उसके बावजुद कोई हल नही निकला। इस दौरान किसानों का आंदोलन हिंसक स्वरूप न धारन कर ले उसे रोकने के लिए सुप्रिम कोर्ट ने मध्यस्थी की थी। सुप्रिम कोर्ट ने केन्द्र सरकार को फटकार लगाते हुए तीनों कृषि कानुनों को कुछ समय के लिए लागु न करने को कहा था। नए कृषि कानुन पर सुप्रिम कोर्ट ने लगाए गए प्रतिबंध से धरना प्रदर्शन कर रहे किसानों में खुशी की लहर छा गयी है।
देश के किसानों द्वारा चलाए जा रहे आंदोलन के दौरान सूरत में भी दक्षिण गुजरात किसान समाज ने धरना प्रदर्शन एवं प्रतिक उपवास के साथ अपना समर्थन जताया था। सूरत किसान समाज ने पांच लाख पत्रिकाए छपवाकर किसानों में वितरीत करके किसानों को जागृत करने का काम किया था। आज सुप्रिम कोर्ट ने तीनों कृषि कानुनों पर प्रतिंबंध लगाने का आदेश करने पर शहर के जहांगीरपुरा स्थित किसान समाज कार्यालय में किसान अग्रणी एकत्रित होकर कोर्ट के फैसले का स्वागत किया।