सूरत : कोरोनाकाल में भी सूरतवासियों ने मनाया चंदनी पडवा का त्यौहार
मिठाई की दुकानों पर करोड़ो की घारी फरसाण की हुयी बिक्री कोरोना संक्रमण के कारण इस साल कई त्यौहार मना नही पाए मगर चंदनी पडवा का त्यौहार घर पर ही परिवार के सदस्यों के साथ घारी मिठाई और फरसाण खा कर मनाया गया। कोरोना संक्रमण के चलते चंदनी पड़वा से पुर्व पालिका प्रशासन ने शहरवासियों को कोरोना संक्रमण के कारण घर में ही त्यौहार मनाने की अपील की थी। सूरत शहर का अपना त्यौहार चंदनी पड़वा पर करोड़ो रुपये की घारी और फरसाणा खाया जाता है। घारी मिठाई खाकर सूरतवासी चंदी पडवा का त्यौहार मनाते है। इस त्यौहार पर सूरतवासी परिवार, संबंधी और दोस्तों के साथ समुह में खुले आकाश के नीचे चांदनी रात्रि के प्रकाश मे घारी खाते है। शहरीकरण के बाद शहर मे खुली जगह न रहने पर सूरतवासियों ने घर के छत पर ही घारी महोत्सव मनाना शुरू कर दिया। एपार्टमेन्ट में रहनेवाले लोगों ने भी चंदनी पडवा का त्यौहान मनाने के लिए अनोखा रास्ता ढुंढा है। स्वाद प्रिय और उत्सव प्रिय सूरतवासी चंदनी पडवा की रात्रि को शहर के मुख्यमार्ग गौरवपथ और डुमस रोड के फुटपाथ […]

मिठाई की दुकानों पर करोड़ो की घारी फरसाण की हुयी बिक्री
कोरोना संक्रमण के कारण इस साल कई त्यौहार मना नही पाए मगर चंदनी पडवा का त्यौहार घर पर ही परिवार के सदस्यों के साथ घारी मिठाई और फरसाण खा कर मनाया गया। कोरोना संक्रमण के चलते चंदनी पड़वा से पुर्व पालिका प्रशासन ने शहरवासियों को कोरोना संक्रमण के कारण घर में ही त्यौहार मनाने की अपील की थी।
सूरत शहर का अपना त्यौहार चंदनी पड़वा पर करोड़ो रुपये की घारी और फरसाणा खाया जाता है। घारी मिठाई खाकर सूरतवासी चंदी पडवा का त्यौहार मनाते है। इस त्यौहार पर सूरतवासी परिवार, संबंधी और दोस्तों के साथ समुह में खुले आकाश के नीचे चांदनी रात्रि के प्रकाश मे घारी खाते है।
शहरीकरण के बाद शहर मे खुली जगह न रहने पर सूरतवासियों ने घर के छत पर ही घारी महोत्सव मनाना शुरू कर दिया। एपार्टमेन्ट में रहनेवाले लोगों ने भी चंदनी पडवा का त्यौहान मनाने के लिए अनोखा रास्ता ढुंढा है।
स्वाद प्रिय और उत्सव प्रिय सूरतवासी चंदनी पडवा की रात्रि को शहर के मुख्यमार्ग गौरवपथ और डुमस रोड के फुटपाथ पर बैठकर घारी खाते है। सामान्य परिवार से लेकर श्रीमंत परिवार के लोग फुटपाथ पर स्ट्रीटलाईट की रोशनी में सामाजिक रूप से घारी खाकर चंदी पडवा का त्यौहार मनाते है।
इस बार कोरोना काल में शहरवासियों ने सामाजिक और धार्मिक रुप से धारी न खाकर अपने अपने घर पर परिवार के सदस्यों के साथ त्यौहार का आनंद उठाया।
सूरत शहर की विशेष मिठाई घारी देश विदेश में प्रख्यात है। दुध का मावा, पिस्ता बदाम और देशी घी में बनी घारी का नाम सूनते ही सूरतवासियों के मुंह में पानी आ जाता है। घारी के साथ फरसाण-नमकिन भी खाया जाता है।
इस लिए चंदनी पडवा पर्व पर समग्र सूरत शहर में मिठाई दुकानों से करोड रूपये की घारी बिकती है। सूरतवासी एक रात्रि में ही करोडो की घारी चट कर जाते है।
कोरोनाकाल में भी शहरवासियों ने अपने घर पर ही परिवार के सदस्यों के साथ घारी फरसाण खाकर चंदनी पडवा त्यौहार मनाया।