सूरत : उधना में फायरिंग की घटना ‘वास्तव’ फिल्म की कहानी जैसी!
पिछले दिनों सूरत के उधना क्षेत्र में बीआरसी गेट के पास फायरिंग की घटना हुई थी। इस मामले में शिकायत कर्ता नरेन्द्र सिंग ने पुलिस से कहा था कि उसके साथी राहुल सिंग पर लाली उर्फ धर्मेन्द्र ने गोली चलाई और फरार हो गया।
इस मामले की जांच कर रही पुलिस काफी सतर्क थी। उसे कुछ शंका पहले से थी। पुलिस जांच में सत्य हकीकत सामने भी आ गई।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक नरेन्द्र सिंग और धर्मेन्द्र उर्फ लाली विरोधी गुट के थे और दोनों में पहले से छत्तीस का आंकड़ा था। फिर भी दोनों ने एक-दूसरे के साथ दुश्मनी खत्म करके समाधान करने के लिये बैठक की। लेकिन नरेन्द्र को धर्मेन्द्र पर संदेह था, इसलिये उसने पहले से मीटिंग वाली जगह पर आपात स्थिति के लिये पिस्तौल छुपा रखी थी।
दोनों गुट के बीच मीटिंग भी हुई लेकिन बात नहीं बनी। हालांकि पिस्तौल की जरूरत भी नहीं पड़ी। बैठक के बाद जब सब चले गये तो नरेन्द्र सिंग अपने साथी राहुल सिंग के साथ फिर से वहां गया और जो पिस्तौल छुपा रखी थी वह ली। उसी वक्त नरेन्द्र सिंग ने पिस्तौल ठीक है या नहीं यह परखना चाहा और उससे गलती से गोली चल गई। गोली उसके साथी राहुल के पैर पर लगी।
मामला बिगड़ गया। नरेन्द्र ने राहुल से कहा कि वह पुलिस को इस मामले के पीछे लाली उर्फ धर्मेन्द्र का नाम ले ले। पुलिस में की गई शिकायत में राहुल ने पूरा दोष धर्मेन्द्र पर मढ़ दिया।
पुलिस जांच में हालांकि धर्मेन्द्र बेकसुर दिख रहा था। राहुल से भी पूछताछ करने पर सच सामने आया। अब पुलिस नरेन्द्र सिंग को खोज रही है।