सूरत : साबुन, हैंडवॉड, अंडरवियर अब कीमती चीजें हैं, क्योंकि ये चोरी होने लगे!

कोरोना काल में लॉकडाउन के चलते धंधा रोजगार बंद पड़े हैं। कोरोना के बाद अब जीवन भी बदल गया है। कोरोना पूर्व और कोरोना के बाद, ऐसे जीवन को दो हिस्सों में बांटा जा सकता है। शायद कीमती चीजों की परिभाषा भी बदल गई है। लोगों में जिन चीजों की जरूरत बढ़ती है, वो बहुमूल्य हो जाता है।
शायद इसीलिये सूरत में तस्करों ने चोरी की वारदातों को अंजाम दिया है, उससे इसका संकेत मिलता है। शहर में चोरी की दो वारदातों में तस्करों ने एक दुकान होजियरी की चुनी जहां से लगभग डेढ़ लाख रुपये के अंडरवियर आदि चीजें चुराई, और दूसरी वारदात में साबुन, हैंडवॉश चुराये।
साबुन, हैंडवॉश पर हाथ साफ
शहर के ताडवाडी, शंकर नगर सोसायटी में रहने वाली नीताबेन गामित ने पुलिस में जो शिकायत लिखवाई उसके अनुसार नानपुरा स्थित उनकी दुकान लॉकडाउन के कारण उन्होंने 21 मार्च को मंगल की। उसके दो महीने बाद लॉकडाउन में छूट मिलने पर वे 22 मई को अपनी दुकान खोलने पहुंची तो उन्होंने देखा कि शॉप की खिड़की टूटी हुई थी और उसमें 49286 रुपये का माल-सामान गायब था। नीताबेन दयालजी नीम हर्बल के नाम से जीएनएफसी की प्रोडक्ट बेचती हैँ, जिनमें साबुन, हैंड वॉश और शैंपू प्रमुख हैं।
अंडरवियर-बनियान चुराये, धरे गये
उधर शहर के उधना क्षेत्र से एक होजियरी शॉप में चोरी की वारदात को अंजाम दिया लेकिन पुलिस ने गिनती के घंटों में 6 लोगों को गिरफ्तार कर लिया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार कामधंधा न होने के कारण मजदूरों ने चोरी करने की ठानी। वे उधना स्थित सावरिया होजियरी नामक अंडर गारमेंट की दुकान पर पहुंचे और अलग-अलग कंपनियों के अंडरवियर और बनियान जिसकी कीमत लगभग 1.62 लाख रुपये थे, चोरी कर फरार हो गये। दुकान मालिक कालूराम प्रजापति ने उधना पुलिस थाने में शिकायत कराई।
पुलिस ने तुरंत पीआई एम वी पटेल के मार्गदर्शन में जांच शुरु की और छह आरोपियों को धर लिया। वे पास की संजयनगर झुग्गी में रहते थे। उनके घर से चोरी का माल भी बरामद हो गया। पुलिस जांच में उन्होंने कबूल किया कि लॉकडाउन में रोजगार न होने के कारण उन्हें ये जुर्म करना पड़ा।