सूरत : जमानत पर छूटा, जेल के दरवाजे पर फोटो खिंचवाई और फिर अंदर हो गया!
सगे संबंधियों को व्हाट्सएप करने लगा सचिन लाजपोर के सेंट्रल जेल में से भरण-पोषण के केस में जेल से छूटने के बाद आरोपी ने मेन गेट के के बीच खड़े होकर फोटो खिंचवाया और व्हाट्सएप पर भेज रहा था। उस दौरान रंगे हाथ पकड़ा जाने से फिर से जेल में भेज दिया गया। रिपोर्ट के अनुसार लाजपोर के सेंट्रल जेल में सुधाकर रघुनाथ सरदार नाम का कैदी कुछ दिनों पहले तक जमामत पर मुक्त था। इसके बाद उसे कोर्ट ने हमेशा के लिए जेल से मुक्त करने का ऑर्डर किया। सुधाकर आरोप से छूटकर मंगलवार जेल के बाहर निकला लेकिन जैसे ही जेल के बाहर आया वैसे ही उसने बीचों-बीच खड़े होकर अपने मोबाइल में फोटो क्लिक किया और अपने सगे संबंधियों को व्हाट्सएप करने लगा। इस दौरान जेल सहायक अतुल हढीला और एसआरपी के जवान परिमल गामित की नजर उस पर पड़ी। उन्होंने उसे रंगे हाथों मोबाइल के साथ पकड़ लिया और जेलर कुंदन सिंह धारगे के हवाले कर दिया। उल्लेखनीय है कि जेल के प्रिमाइस में मोबाइल का इस्तेमाल करना प्रतिबंधित है। सुधाकर जेल के बीचों-बीच खड़े होकर […]

सगे संबंधियों को व्हाट्सएप करने लगा
सचिन लाजपोर के सेंट्रल जेल में से भरण-पोषण के केस में जेल से छूटने के बाद आरोपी ने मेन गेट के के बीच खड़े होकर फोटो खिंचवाया और व्हाट्सएप पर भेज रहा था। उस दौरान रंगे हाथ पकड़ा जाने से फिर से जेल में भेज दिया गया।
रिपोर्ट के अनुसार लाजपोर के सेंट्रल जेल में सुधाकर रघुनाथ सरदार नाम का कैदी कुछ दिनों पहले तक जमामत पर मुक्त था। इसके बाद उसे कोर्ट ने हमेशा के लिए जेल से मुक्त करने का ऑर्डर किया। सुधाकर आरोप से छूटकर मंगलवार जेल के बाहर निकला लेकिन जैसे ही जेल के बाहर आया वैसे ही उसने बीचों-बीच खड़े होकर अपने मोबाइल में फोटो क्लिक किया और अपने सगे संबंधियों को व्हाट्सएप करने लगा।
इस दौरान जेल सहायक अतुल हढीला और एसआरपी के जवान परिमल गामित की नजर उस पर पड़ी। उन्होंने उसे रंगे हाथों मोबाइल के साथ पकड़ लिया और जेलर कुंदन सिंह धारगे के हवाले कर दिया।
उल्लेखनीय है कि जेल के प्रिमाइस में मोबाइल का इस्तेमाल करना प्रतिबंधित है। सुधाकर जेल के बीचों-बीच खड़े होकर फोटो खिंचवा रहा था उसके खिलाफ सचिन पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज की गई है।