सूरत : लॉकडाउन के पहले व्यापार के लिए दुबई गए 50 से अधिक व्यापारियों की हालत खराब

व्यापार के लिए दुबई के 50 से अधिक सूरत शहर निवासी की हालत लॉकडाउन के कारण खराब हो चुकी है। उनकी हालत इस कदर खराब हो चुकी है की गुजारा चलाने के लिए सभी ने अपने पासपोर्ट तक जमा करा दिए हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार सभी शहर वासियों ने राज्य के मुख्यमंत्री सहित अन्य मंत्रियों से उन्हें वापस लाने की गुजारिश की है पर आप तक इस पर कोई भी कार्यवाही नहीं की गई है। सरकार की इस लापरवाही पर सभी की नाराजगी देखी जा सकती हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार जनवरी से मार्च महीने के दौरान सूरत गुजरात से 5 हज़ार से अधिक लोग व्यापार के उद्देश्य से दुबई और उसके आसपास के विस्तार में गए थे। अधिकांश लोग वापस आ गए थे पर इंटरनेशनल बंद हो जाने के कारण दुबई आबू धाबी जैसे इलाकों में फँसे 5000 से अधिक गुजरातियों की हालत खराब हो चुकी है।हालांकि विदेशों में फंसे वापस लाने के लिए भारत की तरफ से भारत मिशन शुरू किया गया है परंतु उनमें से एक व्यक्ति को वापस नहीं लाया गया है।
इस बारे में अनिल हितेश भाई सहित अन्य लोगों ने बताया कि यहां रहने के लिए 25 हज़ार प्रति माह का खर्चा आता है।ऐसे में जब पिछले 3 महीनों से आमदनी पूरी तरीके से बंद हो चुकी है तो जीना दूभर हो चूका है। उन्होंने यह भी कहा कि वापस जाने के लिए उन्होंने भारत सरकार, गुजरात के मुख्यमंत्री समेत सभी बड़े अधिकारियों से विनंती कर चुके है परंतु आप तक इस पर कोई भी प्रतिक्रिया प्राप्त नहीं हुई है। उल्लेखनीय है कि जीवन-यापन के लिए उन्होंने अपना पासपोर्ट भी जमा करा दिया है।