सूरत : मेजबान सिर खुजा रहे,200 मेहमानो को शादी का निमंत्रण दिया, अब घटाकर 100 कैसे करें?
कोरोना संक्रमण फैलने से रोकने के लिए प्रशासन की ओर से लगातार नई नई गाइडलाइन दी जा रही है। सबसे पहले 200 व्यक्तियों को शादी ब्याह में इकट्ठा होने की छूट दी गई थी। जिसे की घटाकर 100 कर दिया गया है। इस गाइडलाइन के कारण जिनके घरों में शादी ब्याह है उनकी समस्या बढ गई है। क्योंकि उन्होंने 200 मेहमानों को आमंत्रित कर दिया है। अब बाद में नई गाइडलाइन के अनुसार सिर्फ 100 लोगों को बुलाना है। ऐसे में वह किसको ना करें और किस से बुलाए इसकी चिंता बढ़ गई है। यदि वह इनकार करते हैं तो परिवारजन नाराज हो जाएंगे और दूसरी और 200 से अधिक से अधिक लोग आने पर प्रशासन की ओर से कार्यवाही हो सकती है। इसलिए शादी ब्याह में चिंता का माहौल भी हो गया है। बताया जा रहा है कि जिनके घरों में शादियां थी उन्होंने लोगों से आमंत्रण पत्र भेजने के बदले में माफी मांगी है और परिस्थिति को बताते हुए कम संख्या में लोग उपस्थित रहने का आग्रह किया है। कई लोगों ने तो रात्रि के समय में भी परिवर्तन […]
कोरोना संक्रमण फैलने से रोकने के लिए प्रशासन की ओर से लगातार नई नई गाइडलाइन दी जा रही है। सबसे पहले 200 व्यक्तियों को शादी ब्याह में इकट्ठा होने की छूट दी गई थी। जिसे की घटाकर 100 कर दिया गया है। इस गाइडलाइन के कारण जिनके घरों में शादी ब्याह है उनकी समस्या बढ गई है। क्योंकि उन्होंने 200 मेहमानों को आमंत्रित कर दिया है। अब बाद में नई गाइडलाइन के अनुसार सिर्फ 100 लोगों को बुलाना है। ऐसे में वह किसको ना करें और किस से बुलाए इसकी चिंता बढ़ गई है।
यदि वह इनकार करते हैं तो परिवारजन नाराज हो जाएंगे और दूसरी और 200 से अधिक से अधिक लोग आने पर प्रशासन की ओर से कार्यवाही हो सकती है। इसलिए शादी ब्याह में चिंता का माहौल भी हो गया है। बताया जा रहा है कि जिनके घरों में शादियां थी उन्होंने लोगों से आमंत्रण पत्र भेजने के बदले में माफी मांगी है और परिस्थिति को बताते हुए कम संख्या में लोग उपस्थित रहने का आग्रह किया है।
कई लोगों ने तो रात्रि के समय में भी परिवर्तन कर दिया है और कुछ इसके प्रयास में लग गए हैं। कई स्थानों पर लोगों ने होटल,रेस्टोरेंट में जो समय दिए थे उसके स्थान पर नए समय की मांग कर रहे हैं।
दूसरी ओर होटल रेस्टोरेंट और बैंक्वेट में पहले से ही टाइम टेबल फिक्स होने के कारण वह नया समय देने में हिचक जा रहे हैं। इस बारे में आगामी दिनों में इवेंट मैनेजेमेन्ट एसोसिसएशन की ओर से सरकार में गुहार लगाई जाएगी और इस पर पुनर्विचार करने का आग्रह किया जाएगा।