सूरत : केन्द्र सरकार द्वारा पारित किए गए कृषि बिल के खिलाफ कांग्रेस का धरना प्रदर्शन
कांग्रेसी नेताओं ने किसान विरोधी कानून को वापस लेने की मांग की केन्द्र सरकार ने संसद में तीन कृषि बिल को पारित किया जिसका कई राज्यों में किसानो द्वारा विरोध किया जा रहा है। शहर कांग्रेस द्वारा शनिवार को चौक बजार गांधी प्रतिमा के पास सत्याग्रह और उपवास आयोजित करके कृषि बिल का विरोध जताया। सूरत शहर कांग्रेस द्वारा शनिवार को चौकबजार स्थित गांधी प्रतिमा के पास धरना प्रदर्शन का आयोजन किया था। केन्द्र सरकार ने हाल ही में संसद में पारित किए गए 3 किसान विरोधी कृषि बिलों का विरोध करने के लिए कांग्रेस ने प्रदर्शन किया। सूरत महानगरपालिका मे विपक्षी नेता पपन तोगडीया, सूरत शहर कांग्रेस उपाध्यक्ष हरीश सुर्यवंशी, शहर कांग्रेस प्रवक्ता किरण रायका, शहर कांग्रेस युवा अध्यक्ष ऋषीन रायका, सूरत शहर कांग्रेस मंत्री कृणाल सुर्यवंशी सहित कांग्रेस के कार्यकर्ता चौक बजार स्थित गांधी प्रतिमा के पास उपस्थित रहे थे। गांधीजी की प्रतिमा को माल्यापर्ण करने के बाद सत्याग्रह और उपवास कार्यक्रम आयोजित किया गया। कांग्रेसी नेताओं ने कहा की संसद में पारित तीनों बिल देश के किसानो के लिए काले कानून समान है। भाजपा सरकार किसानों को […]

कांग्रेसी नेताओं ने किसान विरोधी कानून को वापस लेने की मांग की
केन्द्र सरकार ने संसद में तीन कृषि बिल को पारित किया जिसका कई राज्यों में किसानो द्वारा विरोध किया जा रहा है। शहर कांग्रेस द्वारा शनिवार को चौक बजार गांधी प्रतिमा के पास सत्याग्रह और उपवास आयोजित करके कृषि बिल का विरोध जताया।
सूरत शहर कांग्रेस द्वारा शनिवार को चौकबजार स्थित गांधी प्रतिमा के पास धरना प्रदर्शन का आयोजन किया था। केन्द्र सरकार ने हाल ही में संसद में पारित किए गए 3 किसान विरोधी कृषि बिलों का विरोध करने के लिए कांग्रेस ने प्रदर्शन किया।
सूरत महानगरपालिका मे विपक्षी नेता पपन तोगडीया, सूरत शहर कांग्रेस उपाध्यक्ष हरीश सुर्यवंशी, शहर कांग्रेस प्रवक्ता किरण रायका, शहर कांग्रेस युवा अध्यक्ष ऋषीन रायका, सूरत शहर कांग्रेस मंत्री कृणाल सुर्यवंशी सहित कांग्रेस के कार्यकर्ता चौक बजार स्थित गांधी प्रतिमा के पास उपस्थित रहे थे।
गांधीजी की प्रतिमा को माल्यापर्ण करने के बाद सत्याग्रह और उपवास कार्यक्रम आयोजित किया गया। कांग्रेसी नेताओं ने कहा की संसद में पारित तीनों बिल देश के किसानो के लिए काले कानून समान है।
भाजपा सरकार किसानों को और दु:खी करने के लिए यह कानुन लायी है। भाजपा सरकार यह काला कानुन वापस ले इस लिए विरोध प्रदर्शन और सत्याग्रह तथा उपवास आयोजित किया गया।