सूरत : सैलून एवं मसाज पार्लर के संचालक से रिश्वत मांगने वाले दो कोन्स्टेबलों के खिलाफ शिकायत
60 हजार की रिश्वत मांगी थी मगर एसीबी भनक लगने से रिश्वत नहीं स्वीकारी परवत पाटिया स्थित अभिलाषा हाईट्स में सैलून और मसाज पार्लर संचालक से दीपावली के त्यौहार होने से रुपये की मांग करते हुए गलत केस में फंसा देने की धमकी देकर 60 हजार रूपये मांगे थे। एसीबी ट्रेप का संदेह आने आने पर रिश्वत के रुपये न स्वीकारने वाले दो पुलिसकर्मियों के खिलाफ दो साल बाद पुलिस शिकायत दर्ज कराने के साथ जांच शुरू की गयी। इस केस के बारे में जानकारी देते हुए एसीबी के अधिकारियों ने कहा कि दो साल पुर्व एसीबी ने शिकायत के आधार पर जाल बिछाया था। दोनों पुलिसकर्मियों को एसीबी के जाल का संदेह आ जाने से ट्रेफ फेल हुआ था। दोनो रिश्वत खोरों ने फोन पर बात करके रुपये मांगे थे। वर्ष 2018 में दोनो रिश्वतखोर पुलिसकर्मियों को एसीबी ऑफिस बुलाकर निवेदन लिया गया था उसके अलावा दोनो की गांधीनगर में वोईस स्पेक्ट्रोग्राफी भी की गयी थी। दो साल पुर्व दोनो पुलिसकर्मियों ने फोन पर रूपये की मांग करने का ओडियो सीटी एफएसएल में भेजा गया था। परीक्षण के दौरान […]

60 हजार की रिश्वत मांगी थी मगर एसीबी भनक लगने से रिश्वत नहीं स्वीकारी
परवत पाटिया स्थित अभिलाषा हाईट्स में सैलून और मसाज पार्लर संचालक से दीपावली के त्यौहार होने से रुपये की मांग करते हुए गलत केस में फंसा देने की धमकी देकर 60 हजार रूपये मांगे थे। एसीबी ट्रेप का संदेह आने आने पर रिश्वत के रुपये न स्वीकारने वाले दो पुलिसकर्मियों के खिलाफ दो साल बाद पुलिस शिकायत दर्ज कराने के साथ जांच शुरू की गयी।
इस केस के बारे में जानकारी देते हुए एसीबी के अधिकारियों ने कहा कि दो साल पुर्व एसीबी ने शिकायत के आधार पर जाल बिछाया था। दोनों पुलिसकर्मियों को एसीबी के जाल का संदेह आ जाने से ट्रेफ फेल हुआ था। दोनो रिश्वत खोरों ने फोन पर बात करके रुपये मांगे थे।
वर्ष 2018 में दोनो रिश्वतखोर पुलिसकर्मियों को एसीबी ऑफिस बुलाकर निवेदन लिया गया था उसके अलावा दोनो की गांधीनगर में वोईस स्पेक्ट्रोग्राफी भी की गयी थी। दो साल पुर्व दोनो पुलिसकर्मियों ने फोन पर रूपये की मांग करने का ओडियो सीटी एफएसएल में भेजा गया था।
परीक्षण के दौरान दोनों का वोईस होने का प्राथमिक रिपोर्ट सामने आया है। जिससे महत्वपुर्ण वैज्ञानिक साक्ष्य एसीबी के हाथों लगा था। आखिर दो साल बाद एसीबी ने स्वयं पुलिसकर्मी प्रकाश मोती देसाई और महावीरसिंह नरपतसिंह जाडेजा शिकायत दर्ज करायी।
वर्तमान में पोलीस कोन्स्टेबल प्रकाश देसाई ट्राफिक पुलिस रिजीयन 2 में और पुलिस कोन्स्टेबल महावीरसिंह पुणा पुलिसथाने में सेवारत है। दोनों का कारीबन 20 से 22 हजार वेतन है और 2011 में पुलिस विभाग में भर्ती हुए है।