365 दिन सेवा में सलंग्न शहस्त्रफणा पार्श्वनाथ पब्लिक चेरिटेबल ट्र्स्ट ने लॉकडाउन भी सेवाकार्य जारी रहा
11 लाख फूड पैकेट व 6 हजार राशन किट की वितरित सहयोगी संगठन संस्कृति रक्षक दल ने भी वितरित किया 6.5 लाख लोगों को भोजन-राशन देश के कौंने-कौने में पहुच कर करते हैं सेवा (गणपत भंसाली द्वारा) इस महानगर में आपदाओं व विपदाओं के दौरान तो सेवाभावी संस्थाएं जरूरतमन्दों का दिल खोल कर सहयोग करती ही है लेकिन ऐसे कई संगठन भी है जिनकी सेवाएं 365 दिन रहती हैं। उन संगठनों में एक है पन्यास रत्न पूज्य प्रवर श्री चन्द्रशेखर विजय जी म सा प्रेरित सहस्त्रफणा पार्श्वनाथ चेरिटेबल ट्र्स्ट द्वारा संचालित महावीर अन्न क्षेत्र, जहां 365 दिन सेवा गतिविधयां संचालित हो रही हैं। 11 लाख भोजन पैकेट व 6 हजार राशन किट गोपीपुरा सुभाष चौक काजी का मैदान स्थित श्री सहस्त्रफणा पार्श्वनाथ पब्लिक चेरिटेबल ट्र्स्ट द्वारा संचालित श्री महावीर अन्न क्षेत्र ने इस कोरोना महामारी में लॉक डाउन के दौरान 5 हजार भोजन पैकेट से सेवा प्रारम्भ की थी जो कभी कभी 25 हजार पैकेट प्रतिदिन तक पहुंच जाती थी। 23 मार्च से 31 मई तक ये सेवा अभियान संचालित हुआ। इस अवधि में ट्र्स्ट द्वारा तकरीबन 11 लाख भोजन […]

- 11 लाख फूड पैकेट व 6 हजार राशन किट की वितरित
- सहयोगी संगठन संस्कृति रक्षक दल ने भी वितरित किया 6.5 लाख लोगों को भोजन-राशन
- देश के कौंने-कौने में पहुच कर करते हैं सेवा
(गणपत भंसाली द्वारा)
इस महानगर में आपदाओं व विपदाओं के दौरान तो सेवाभावी संस्थाएं जरूरतमन्दों का दिल खोल कर सहयोग करती ही है लेकिन ऐसे कई संगठन भी है जिनकी सेवाएं 365 दिन रहती हैं। उन संगठनों में एक है पन्यास रत्न पूज्य प्रवर श्री चन्द्रशेखर विजय जी म सा प्रेरित सहस्त्रफणा पार्श्वनाथ चेरिटेबल ट्र्स्ट द्वारा संचालित महावीर अन्न क्षेत्र, जहां 365 दिन सेवा गतिविधयां संचालित हो रही हैं।
11 लाख भोजन पैकेट व 6 हजार राशन किट
गोपीपुरा सुभाष चौक काजी का मैदान स्थित श्री सहस्त्रफणा पार्श्वनाथ पब्लिक चेरिटेबल ट्र्स्ट द्वारा संचालित श्री महावीर अन्न क्षेत्र ने इस कोरोना महामारी में लॉक डाउन के दौरान 5 हजार भोजन पैकेट से सेवा प्रारम्भ की थी जो कभी कभी 25 हजार पैकेट प्रतिदिन तक पहुंच जाती थी। 23 मार्च से 31 मई तक ये सेवा अभियान संचालित हुआ। इस अवधि में ट्र्स्ट द्वारा तकरीबन 11 लाख भोजन पैकेट वितरित किए गए व 17-17 किलो की कुल 6 हजार राशन किट गरीबो व जरूरतमन्दों को उपलब्ध कराई जिसमें गेंहू आटा, चावल, दालें, तेल, शक्कर, नमक, तेल, मिर्च-मसाले आदि सामग्री शामिल रहती थी।
पशु पक्षियों के लिए भी दाना-चुग्गा व फल-सब्जियां
इस संगठन ने जरूरतमंद इंसानों के अलावा पशु-पक्षियों का भी पूर्ण ध्यान रखा व प्रतिदिन 150 लीटर दूध कुतों को भी पिलाया जाता था, तथा पशुओं एंव पक्षियों को फल-सब्जी तथा अन्न उपलब्ध कराया जाता। ये अनाज प्रतिदिन 1 हजार किलो तक रहता था। ट्र्स्ट ने सभी शहर वासियों से अपील की थी कि पक्षियों के लिए दाना-चुग्गा जितना चाहे उतना उपलब्ध रहेगा। शहर के अलग अलग विस्तारों के सेवाभावी व्यक्ति यहां से अन्न आदि ले जा कर पशु-पक्षियों को खिलाते।
पुलिसकर्मियों व ड्राइवरों को भी नियमित भोजन
सहस्त्रफणा पार्श्वनाथ पब्लिक चेरिटेबल ट्र्स्ट द्वारा संचालित श्री महावीर अन्न क्षेत्र द्वारा नियमित रूप से पुलिस कर्मियों व बसों तथा सरकारी आदि वाहनों के ड्राइवरों को भी भोजन मुहैया कराया जाता। कोई भी व्यक्ति भोजन करना चाहता था, या अपने साथ ले जाना चाहता था तो श्री महावीर अन्न क्षेत्र के कार्यकर्ता सदैव समर्पित रहते। करीब 70 से 80 कार्यकर्ताओं की एक टीम सदैव तत्पर मिलती।
वितरण व्यवस्था में सभी संगठनों को मुहैया कराते थे भोजन पैकेट
श्री सहस्त्रफणा पार्श्वनाथ पब्लिक चेरिटेबल ट्र्स्ट द्वारा प्रतिदिन जो भोजन पैकेट बनाए जाते थे, उसकी वितरण व्यवस्था अधिकांश एन जी ओ निभाते थे। यानी जिस संगठन को जहां कहीं भो भोजन पैकेट वितरित करने होते थे तो संगठन के कार्यकर्ता गोपीपुरा स्थित महावीर अन्न क्षेत्र से ले जा सकते थे, तो इस सेवा का शहर के अगिनित संगठनों ने लाभ उठाया व इसमें हाथ बंटाया भी। इस सेवा में वॉइस चेरिटेबल ट्र्स्ट,ग्राम पंचायत पाली, कुबेरपार्क हाउसिंग सोसायटी, श्री हरिओम हाउसिंग कॉपरेटिव सोसायटी, प्रभु हाउसिंग सोसायटी, श्री मां चेरिटेबल ट्र्स्ट, रोटरी क्लब, ए सी पी श्री अशोक सिंह, सूरत महानगर पालिका आदि सेकड़ो संगठनों व व्यक्तियों आदि योगभूत बनें। प्रतिदिन 200 संगठनों व व्यक्तियों की और से भोजन पैकेट हेतु फोन आते और सभी को भोजन सामग्री प्रदान करते, कभी कोई निराश होकर इस संगठन के दरवाजे से नही गया।
संस्कृति रक्षक दल ने भी किए 6,5 लाख फूड पैकेट
पन्यास प्रवर श्री चन्द्र शेखर विजय जी महाराज द्वारा प्रेरित सूरत में युवाओं का एक संगठन संस्कृति रक्षक दल ने भोजन की जगह राशन सामग्री वितरित की वो लगभग 3.50 लाख लोगों के लिए एक समय के भोजन समकक्ष थी।
सूरत पर जब जब संकट आया तो तैयार रहे ट्र्स्ट के कार्यकर्ता
हालांकि इस संगठन की स्थापना वर्ष 1996 में हुई, लेकिन जब 1994 में परम पूज्य चन्द्र शेखर विजय जी म सा सूरत पधारे थे तब सूरत प्लेग महामारी के चपेट में था तो साधु भगवन्तों की प्रेरणा से उस प्लेग के दौर में श्री महावीर अन्न क्षेत्र प्रारम्भ कर शहरीजनो को भोजन-राशन उपलब्ध कराया गया। जब 2006 में सूरत शहर में भारी बारिश से भयंकर बाढ़ आई और कई कई विस्तारों में बाढ़ का जलस्तर बढ़ने लगा तो ट्र्स्ट की टीम के सदस्य बाढ़ ग्रस्त इलाकों में भोजन-राशन के पैकेट वितरित करते नजर आते थे। 2002 में सूरत महानगर में भी साम्प्रदायिक दंगे हुए तो उस दौर में भी श्री महावीर अन्न क्षेत्र के कार्यकर्ता “जय महावीर” कहते हुए सेवा में जुट गए और लोगों को भोजन वितरित करने में योगभूत बनते, व रोज़ झुग्गी-झोपड़ी विस्तार में भोजन-राशन सामग्री वितरित की जाती थी।
सेवा के लिए देश के कोने-कौनें में पहुंच जाते हैं कार्यकर्ता
पन्यास रत्न परम पूज्य श्री चन्द्र शेखर जी के आर्शीवचन व उनकी प्रेरणा से स्थापित श्री शहस्त्रप्राण पार्श्वनाथ पब्लिक चेरिटेबल ट्र्स्ट से जुड़े कर्मठ कार्यकर्ताओं ने सेवा के लिए अपने आप को समर्पित कर दिया है। वे सूरत ही नही देश के कौने कौने में पहुंच कर सेवा में जुट जाते हैं। इस संगठन के अध्यक्ष श्री लहरुभाई शाह (जयंत चाय) (चाय वाला) कच्छ-भुज के भूकम्प के दौरान कच्छ में, केदारनाथ में अतिवृष्टि के दौरान वहां पर पहुंच गए। जम्मू काश्मीर में जब भीषण बाढ़ का प्रकोप बढ़ा तो श्री लहरू भाई के नेतृत्व में दो ट्रक भोजन-राशन सामग्री व रसोइया को साथ में ले गए और वहां 15 दिनों तक केम्प लगा कर बाढ़ पीड़ितों को भोजन-राशन उपलब्ध कराया। महाराष्ट्र में अकाल के समय मुम्बई के श्री “वर्धमान संस्कार धाम” के सयुंक्त तत्वावधान में सेवा कार्य चलाया।
कसाइयों के यहां जा रही गायों को बचाने बांग्लादेश बॉर्डर तक पहुंच गए
प्राणी मात्र के प्रति अथाह दया के भाव रखने वाले जैन समुदाय द्वारा स्थापित श्री सहस्त्रफण पार्शवनाथ पब्लिक चेरिटेबल ट्र्स्ट के समर्पित कार्यकर्ता तस्करी के द्वारा बूचड़खानों में भेजी जा रही 5500 गायों को बचाने हेतु बांग्लादेश के बॉर्डर तक पहुंच गए। इस ट्र्स्ट से प्रारम्भ से जुड़े श्री लहरुभाई सहित 6 सेवाभावी महानुभावों का एक जत्था कोलकोता पहुंचे व बॉर्डर तक अवैध रूप से ट्रकों के माध्यम से पहुंचाई जाने वाली गायों को बी एस एफ के जवानों के सहयोग से मुक्त करा कर बंगाल की हावड़ा,सालुंकिया व आसनसोल जैसी अलग अलग पांजरा पोलों में भेज कर उनके प्राण बचाए। हालांकि 5500 गायों को बचाने में में ट्र्स्ट के 70 लाख रुपये खर्च हुए लेकिन गौ माता को कसाइयों की दर पर जाने से रोकने में यह राशि कोई महत्व नही रखती। श्री लहरुभाई शाह अब आसाम में कसाइयों के यहां भेजी जाने वाली गायों को बचाने की मुहिम छेड़ने वाले हैं।
श्री लहरुभाई व श्री वीरेंद्र भाई लाकड़ा वाला अग्रणी
श्री लहरुभाई शाह इस सेवा भावी संगठन से 1996 अतार्थ 24 वर्षो से जुड़े हुए है, व आपके साथ श्री वीरेंद्र भाई लाकड़ा वाला कंधे से कंधा मिलाते हुए संगठन में सेवारत हैं।
बारहों मास 365 दिन सेवा
श्री सहस्त्रफण पार्शवनाथ पब्लिक चेरिटेबल ट्र्स्ट के गोपीपुरा काजी का मैदान स्थित श्री महावीर अन्न क्षेत्र में 365 दिन सेवा यज्ञ चलता है, जहां से दस अलग-अलग विस्तारों में तकरीबन 2 हजार जरूरतमन्दों को भोजन परोसा जाता हैं। ये उल्लेखनीय हैं कि प्रारम्भ में गोपीपुरा स्थित सुभाष चौक में इस ट्र्स्ट द्वारा श्री लहरुभाई शाह व डॉ श्री जितुभाई शाह के निर्देशन में प्रत्येक रविवार को भोजन परोसा जाता था।
अहमदाबाद व मुम्बई में भी सेवारत इस संगठन से जुड़ी शाखाएं
परम पूज्य पन्यास प्रवर श्री चंद्रशेखर विजय जी महाराज की प्रेरणा से स्थापित इस संगठन की अहमदाबाद में जुड़ी सहयोगी संस्था तपोवन संस्कार पीठ एंव “त्याग” संगठन के बैनर तले कोरोना महामारी के समय लागू हुए लॉक डाउन अवधि में लगभग 3 लाख भोजन पैकेट व मुम्बई में सहयोगी संगठन श्री वर्धमान संस्कार धाम ने 3,50 लाख भोजन-राशन पैकेट वितरित किये। मुम्बई के इस संगठन द्वारा 45 पांजरा पोलों को सवा करोड़ रु तथा करीब 1600 सधार्मिक जैन परिवारों को सवा करोड़ रु प्रदान किए गए। इस कोरोना महामारी में मुम्बई व आस पास में करीब 7 लाख लोगों की रोग प्रतिरोधक शक्ति बढ़ाने हेतु काढ़ा पिलाया गया व टेबलेट दी गई। सरकारी हॉस्पिटल्स के डॉक्टरों आदि की सुरक्षा हेतु करीब 2500 पी पी ई किट प्रदान की गई। व मुम्बई के मीरा भायंदर विस्तार की 3 हजार बिल्डिंगों को मशीन द्वारा सेनेटराइज किया गया। करीब 20 हजार कोरोना वारियर्स को मास्क, हेड ग्लोवज व सेनेटराइज की बॉटलें वितरित की गई।
अनेक तपोवन केंद्रों का संचालन भी
पन्यास प्रवर परम पूज्य श्री चन्द्र शेखर विजय जी महाराज की प्रेरणा से नवसारी में संस्कार धाम एंव वर्धमान संस्कार धाम तथा अहमदाबाद में तपोवन डे बोर्डिंग स्कूल का सफल संचालन हो रहा है, जहां हजारों विद्यार्थी भारतीय संस्कृति तथा जैनोलॉजी के अनुरूप शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं।