सूरत से बिहार जाने वाले श्रमिकों के लिए आज मंगलवार को अंतिम 10 ट्रेनें

सूरत से बिहार जानेवाले श्रमिकों के लिए मंगलवार को अंतिम 10 ट्रेन रवाना होंगी। मंगलवार को कुल 31 ट्रेनें दौड़ेंगी, जिसमें कि उत्तर प्रदेश के लिए 14, उड़ीसा के लिए साथ बिहार के लिए 10 ट्रेन हैं। प्रशासन के पास अब बिहार के लिए अब कोई वेटिंग नहीं है। बिहार के लिए बीते कुछ दिनों से ट्रेन में सोलह सौ के स्थान पर 1200 सौ से 1300 लोग ही जा रहे हैं। इसलिए प्रशासन ने अब मंगलवार को बिहार के लिए अंतिम 10 ट्रेनें भेजने का फैसला किया है।
बिहार के लिए अब तक 93 ट्रेन भेजी जा चुकी हैं। मंगलवार की 10 ट्रेनों के साथ कुल 103 ट्रेन हो जाएंगी। बिहार के लिए कुल डेढ़ लाख से अधिक श्रमिक अपने गांव जा चुके हैं। दूसरी ओर मंगलवार को उत्तर प्रदेश के लिए 14 ट्रेन दौड़ेंगी। अब तक उत्तर प्रदेश के लिए कुल 200 से अधिक ट्रेन भेजी जा चुकी हैं। ओडिशा के लिए 42 ट्रेन जा चुकी हैं। उत्तराखंड के लिए तीन, झारखंड के लिए 13, राजस्थान के लिए एक और एक तेलंगाना के लिए एक ट्रेन सूरत से भेजी जा चुकी है। कुल मिलाकर अब तक 405 भेजी जा चुकी है।
केरल और आंध्र प्रदेश के लोगों के लिए भी ट्रेन
आपको बता दें कि केरल के लिए एक ट्रेन जितनी भी संख्या पूरी नहीं हुई है।राज्य के अलग-अलग से मिलकर एक ट्रेन पैसेंजर बन गए हैं। दूसरी जगह से आनेवाली इस ट्रेन में सूरत से 815 लोग अपने गांव जाएंगे। केरल के लिए राजकोट से जाएगी। उसे सूरत रेलवे स्टेशन पर भी रोका जाएगा। सूरत से 355 श्रमिक बैठेंगे।
रेलवे ने शूरू की वसूली
बिहार की तीन श्रमिक भेजने के बाद रास्ते में ट्रेन का रूट बदला जाने से अधिक किराया वसूलने के लिए रेलवे ने कार्यवाही चालू की है। रेलवे प्रशासन ने कलेक्टर से जिन लोगों ने यात्रियों का लिस्ट तैयार किया था उनका नंबर लेकर सामाजिक संस्थाओं से वसूली चालू की है। एक और मुसाफिर करने वाले सभी लोग अपने गांव जा चुके हैं। दूसरी तरफ रेलवे में सामाजिक संस्थाओं की हालत खराब हो गई है। क्योंकि सामाजिक संस्थाएं इस सोच में पड़ गई है। क्योंकि जाने वाले तो चले गए अब उनसे अतिरिक्त किराया वसूल कर पाना टेढ़ी खीर के बराबर है।