फर्जी गर्भाधान के नाम पर महंगी दवाओं का ये वैद्य ऐसे कर रहा था फर्जीवाड़ा
सूरत पुलिस ने बीते दिनों गर्भाधान करने की दवाई बेचने के नाम पर लोगों को ठगने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया था। जिसमें की मुख्य सूत्रधार वैद्य के बाद उनके साथियों भी चौक बाजार पुलिस ने ट्रांसफर वारंट से गिरफ्तार किया। मिली जानकारी के अनुसार सोनगढ़ की ठग गिरोह ने लोगों को गर्भाधान करने के नाम पर बड़ी रकम ठगी थी। पुलिस ने इस सिलसिले में आकाश गिरी राजेश गिरी गोस्वामी उर्फे गिरीश वैद्य की को गिरफ्तार किया है। गिरीश वैद्य प्रेगनेंसी पट्टी पर खेल करके महिलाओं को गर्भवती साबित कर देते थे और उन्हें महंगी दवाई बेचते थे। उन्होंने दक्षिण गुजरात में कई महिलाओं को गर्भधारण के नाम पर ठगा था। इनमें से चौक बाजार पुलिस के सामने 7 महिलाएं और दो महिलाएं अमरोली क्षेत्र की होने की जानकारी सामने आ रही है। इस गिरोह ने घुटनों में दर्द पांव,पेट में दर्द, पाव में दर्द के नाम पर भी लोगों को ठगा था। चौक बाजार पुलिस ठगी में शामिल दो अन्य और यशवंत बोरकर और भगत सिंह कालू आधार पाटिल जो कि दोनों के निवासी हैं उन्हें जेल में […]

सूरत पुलिस ने बीते दिनों गर्भाधान करने की दवाई बेचने के नाम पर लोगों को ठगने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया था। जिसमें की मुख्य सूत्रधार वैद्य के बाद उनके साथियों भी चौक बाजार पुलिस ने ट्रांसफर वारंट से गिरफ्तार किया। मिली जानकारी के अनुसार सोनगढ़ की ठग गिरोह ने लोगों को गर्भाधान करने के नाम पर बड़ी रकम ठगी थी।
पुलिस ने इस सिलसिले में आकाश गिरी राजेश गिरी गोस्वामी उर्फे गिरीश वैद्य की को गिरफ्तार किया है। गिरीश वैद्य प्रेगनेंसी पट्टी पर खेल करके महिलाओं को गर्भवती साबित कर देते थे और उन्हें महंगी दवाई बेचते थे। उन्होंने दक्षिण गुजरात में कई महिलाओं को गर्भधारण के नाम पर ठगा था। इनमें से चौक बाजार पुलिस के सामने 7 महिलाएं और दो महिलाएं अमरोली क्षेत्र की होने की जानकारी सामने आ रही है।
इस गिरोह ने घुटनों में दर्द पांव,पेट में दर्द, पाव में दर्द के नाम पर भी लोगों को ठगा था। चौक बाजार पुलिस ठगी में शामिल दो अन्य और यशवंत बोरकर और भगत सिंह कालू आधार पाटिल जो कि दोनों के निवासी हैं उन्हें जेल में ट्रांसफर वारंट से गिरफ्तार किया।
गिरीश वैद्य जिन महिलाओं को गर्भ रह गया हो ऐसी महिलाओं का यूरिन बोटल में भरकर अपने पास रखता था और दूसरी ओर जिन महिलाओं को गर्भ नहीं रहता था उन्हें 2 महीने की ट्रीटमेन्ट के बाद और उनके यूरिन का सैम्पल भी रख लेता था। बाद में प्रेगनेन्ट महिलाओं का सेम्पल बदल देता था। इस तरह से प्रेगनेन्सी पट्टी बदलकर वह महिलाओं को बेवकूफ बनाता था।