गुरु पूर्णिमा को पादुका दर्शन लिये बालआश्रम खुला रहेगा

कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए केन्द्र सरकार ने गत 25 मार्च से 31 मई तक लॉकडाउन घोषित किया था। लॉकडाउन के बाद से सभी धार्मिक स्थल बंद रहे। गत 1 जून से अनलॉक होने के बाद भी अधिकांश धार्मिक स्थल बंद के समान ही हैं। लेकिन आगामी 5 जुलाई को गुरु पूर्णिमा के पावन पर्व पर गुरु-शिष्य की परंपरा को ध्यान में रखते हुए आश्रम आदि खोलने का निर्मय लिया गया है। इसी क्रम में शहर के वेसू सूरत स्थित विश्व जागृति मिशन संचालित बालाश्रम (अनाथाश्रम) गुरु पूर्णिमा के पावन अवसर पर आगामी 5 जुलाई 2020 रविवार को सुबह 10 से अपरान्ह 12 बजे तक पादुका दर्शन के लिए खुले रहेगा। यह जानकारी बालाश्रम प्रबंध समिति ने दी है।
लोक विख्यात संत सुधांशुजी महाराज के प्रिय शिष्य आचार्य रामकुमार पाठक ने बताया कि समग्र कार्यक्रम सरकार की गाइड लाइन अनुसार रखा गया है। उन्होंने बताया कि आश्रम कपाउंड में आते ही सेनेटाइजर का प्रयोग करके सेनेटाइजेशन होकर ही आगे बढऩा। सभी श्रद्घालुओं को मास्क लगाना अनिवार्य होगा। साथ ही फूल, हार आदि पूजा सामग्री साथ ना लाना वर्जित है। कोई भी श्रद्घालु भक्त भगवान की मूर्ति, गुरुजी के फोटो और पादुका को स्पर्श नहीं करेगा। आचार्यजी ने सभी भक्तों से 10 साल से छोटी उम्र के बच्चों और 60 साल या 60 साल से बड़ी उम्र के व्यक्ति को साथ नहीं लाने की अपील की है। ताकि कोरोना संक्रमण से बचे और दूसरे को बचाएं।