सूरत में 80 प्रतिशत लक्षण बिना के केस; मास्क और सोश्यल डिस्टेन्सिंग जरुरी : एसएमसी कमिश्नर

सूरत। सूरत शहर में रविवार की शाम को अन्य 35 केस पॉजिटिव दर्ज हुए थे। सूरत में दिनों-दिन कोरोना के केस बढ़ रहे हैं, वहीं सूरत शहर में कई केस बिना लक्षण के पाये गये हैं, जिससे लोग मास्क और सोश्यल डिस्टेंसिंग रखे यह जरुरी है। इस तरह सूरत मनपा कमिश्नर बंछानिधि पानी ने जानकारी दी। सूरत में कोरोना के केस 1000 को पार हो चुके हैं। वहीं सूरत में कई सायलन्ट कैरियर भी है जिससे बचने के लिए शहरवासियों को मास्क और सोश्यल डिस्टेंसिंग रखना काफी जरुरी है।
अधिक जानकारी देते हुए मनपा कमिश्नर ने कहा कि सूरत में मास्क का प्रचलन काफी अच्छा है और सोश्यल डिस्टेन्सिंग और बार-बार हाथ धोने का प्रचलन भी बहुत अच्छा है और शहर में 80 प्रतिशत लक्षण बिना के रोगी घूम रहे हैं।
गत रोज उन विस्तार में एक वृद्घा को पॉजिटिव केस आया था, जो पिछले 20 दिन से घर में ही थी। उनके पैर में फ्रैक्चर होने से वह घर के बाहर निकली ही नहीं किंतु उनके घर के युवा जितने भी थे वे बाहर जाते थे तो उन्हें संक्रमण लगने की जानकारी मिली है। जिससे सूरत मनपा कमिश्नर ने शहरवासियों को अपील की है कि घर में वृद्घ हो उन्हें अधिक सावधान रहने की जरुरत है।
साथ ही लिंबायत के केस की जानकारी देते हुए मनपा कमिश्नर ने कहा कि लिंबायत के 2 लोगों को सर्दी-खांसी की समस्या थी। जिन्होंने आरोग्य सेतु एप में इसकी जानकारी देकर सिविल में सैंपल दिया था। जहां उनकी पॉजिटिव रिपोर्ट आई थी। जिससे शहरवासी आरोग्य सेतु एप डाउनलोड करें, जिससे उनके आसपास लोगों को जानकारी मिले।
कमिश्नर ने जानकारी दी कि ह्युमन सायकोलॉजी के अनुसार लोगों का हाथ दिन में 90 से अधिक बार मुंह पर जाता रहता है, जिससे लोग बार-बार हाथ धोने की आदत रखें, यह भी जरुरी है। सूरत में रविवार को 35 अन्य केस आए थे और नए 31 लोग डिस्चार्ज हुए थे। साथ ही सूरत में डिस्चार्ज रेट 66.6 प्रतिशत पर पहुंचा है। सूरत में एपीएक्स सर्वे में 1176 टीम जुड़ी है। जिसमें कुल 2,28,745 घरों का सर्वे किया गया है। रविवार को सूरत में अन्य 4000 स्थलों पर सेनिटाइजेशन किया गया। सूरत शहर में अन्य जिले से और राज्य से कुल 2073 लोग वापस लौटे थे जिनका स्क्रीनिंग किया जा रहा है।