सुप्रीमकोर्ट ने दिया बीजेपी को झटका, अब नहीं है इस विधायक के पास राजसभा में मत देने का अधिकार
कुछ दिनों में खाली हुई राज्यसभा सीटों के लिए हुए मतदान से पहले ही द्वारका के भाजपा विधायक पाबूभा मानेक को सुप्रीम कोर्ट से बड़ा झटका मिला है। गुजरात उच्च न्यायालय ने द्वारका सीट का चुनाव रद्द कर दिया था और पाबूभा मानेक को अयोग्य घोषित कर दिया। पाबुभा मानेक ने उच्च न्यायालय के फैसले के खिलाफ उच्चतम न्यायालय में अपील की थी लेकिन सर्वोच्च न्यायालय ने भी उच्च न्यायालय के फैसले पर रोक नहीं लगाई। विधायक पब्बू ने राज्यसभा चुनाव में मतदान करने की अनुमति मांगी थी लेकिन उच्चतम न्यायालय ने उच्च न्यायालय के फैसले पर रोक नहीं लगाई। जिसके कारण द्वारका विधानसभा चुनाव रद्द कर दिया गया है और पाबूभा मानेक को अयोग्य घोषित किया गया है। सुप्रीम कोर्ट से झटका मिलने के बाद पाबूभा मानेक अब राज्यसभा चुनाव में मतदान नहीं कर सकेंगे। जिसके कारण बीजेपी को भी बड़ा ट्विस्ट मिला है।

पूरे मामले की बात करें तो 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने पाबूभा मानेक को अपना उम्मीदवार बनाया था और कांग्रेस ने उनके खिलाफ मेरमन अहीर को मैदान में उतारा था। बीजेपी के पाबुभा मानेक चुनाव जीत गए। नतीजतन कांग्रेस के उम्मीदवार मरामन अहीर ने पाबूभा मानेक की जीत को उच्च न्यायालय में चुनौती दी और उन्होंने निवेदन किया कि पाबूभा मानेक की उम्मीदवारी अधूरी और त्रुटिपूर्ण थी और चुनाव रद्द किया जाना चाहिए। हाईकोर्ट ने मामले की सुनवाई के बाद द्वारका सीट का चुनाव रद्द कर दिया था। जिसके कारण पाबुभा मानेक का विधायक पद रद्द कर दिया गया था। इसलिए उन्होंने उच्च न्यायालय के फैसले को उच्चतम न्यायालय में चुनौती दी।
गौरतलब है कि राज्यसभा चुनाव में भाजपा ने 3 और कांग्रेस ने 2 उम्मीदवार उतारे हैं। अगर पाबूभा मानेक को सुप्रीम कोर्ट ने राहत दी होती, तो वह राज्यसभा चुनाव में मतदान कर सकते थे, जिससे भाजपा के विधायकों की संख्या 104 हो जाती। लेकिन सुप्रीम कोर्ट द्वारा विधायक पबुभा मानेक की अयोग्यता ने भी भाजपा को परेशान कर दिया। भाजपा के पास वर्तमान में 103 विधायक हैं और अपने 3 उम्मीदवारों को जीतने के लिए 105 की जरूरत है। दूसरी तरफ कांग्रेस के दोनों उम्मीदवारों को जीतने के लिए 70 वोटों की जरूरत है, लेकिन कांग्रेस के पास वर्तमान में 65 और एनसीपी के पास एक वोट है, जिसके कुल 66 विधायकों का समर्थन है। उसे अभी भी 4 वोट चाहिए।अब देखने वाली बात ये है कि किसे जीत मिलती है और किसे हार!