गुजरात में इस तारीख से शुरु होंगे स्कूल-कॉलेज, शिक्षामंत्री ने जानें क्या कहा
गुजरात में स्कूल-कॉलेजों शुरू करने के लिए शिक्षा विभाग ने एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। कोरोना महामारी के बीच दिवाली के बाद राज्य में स्कूलों और कॉलेजों को शुरू करने का मुद्दा कैबिनेट की बैठक में चर्चा में आया और कैबिनेट की बैठक में सर्वसम्मति से स्कूल-कॉलेजों को शुरू करने पर मोहर लगा दी है। स्कूल में केंद्र सरकार के एसओपी का पालन करने की जिम्मेदारी प्रिंसिपल को दी जाएगी। इस संबंध में मीडिया से बात करते हुए शिक्षा मंत्री भूपेंद्रसिंह चुडासमा ने कहा कि गुजरात में स्कूल और कॉलेज भी लॉकडाउन के कारण मार्च से बंद हैं। राज्य सरकार के शिक्षा विभाग ने ऑनलाइन पढ़ाई की व्यवस्था की थी। आज मुख्यमंत्री विजय रूपानी की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक में यह निर्णय लिया गया है कि शैक्षण्कि कार्य चरणबद्ध ढंग से शुरू होगा। शिक्षा विभाग, स्कूल-कॉलेज और विश्वविद्यालय, शिक्षाविदों के साथ सघन बैठकें की गई और इस संबंध में परिपक्व विचार प्राप्त किये गये। उसके बाद सरकार द्वारा अंतिम निर्णय लिया गया है। 23 नवंबर से कक्षा 9 से 12 एवं कॉलेज शुरु होंगे सरकार ने राज्य के […]

गुजरात में स्कूल-कॉलेजों शुरू करने के लिए शिक्षा विभाग ने एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। कोरोना महामारी के बीच दिवाली के बाद राज्य में स्कूलों और कॉलेजों को शुरू करने का मुद्दा कैबिनेट की बैठक में चर्चा में आया और कैबिनेट की बैठक में सर्वसम्मति से स्कूल-कॉलेजों को शुरू करने पर मोहर लगा दी है। स्कूल में केंद्र सरकार के एसओपी का पालन करने की जिम्मेदारी प्रिंसिपल को दी जाएगी।
इस संबंध में मीडिया से बात करते हुए शिक्षा मंत्री भूपेंद्रसिंह चुडासमा ने कहा कि गुजरात में स्कूल और कॉलेज भी लॉकडाउन के कारण मार्च से बंद हैं। राज्य सरकार के शिक्षा विभाग ने ऑनलाइन पढ़ाई की व्यवस्था की थी। आज मुख्यमंत्री विजय रूपानी की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक में यह निर्णय लिया गया है कि शैक्षण्कि कार्य चरणबद्ध ढंग से शुरू होगा। शिक्षा विभाग, स्कूल-कॉलेज और विश्वविद्यालय, शिक्षाविदों के साथ सघन बैठकें की गई और इस संबंध में परिपक्व विचार प्राप्त किये गये। उसके बाद सरकार द्वारा अंतिम निर्णय लिया गया है।

23 नवंबर से कक्षा 9 से 12 एवं कॉलेज शुरु होंगे
सरकार ने राज्य के माध्यम-उच्च माध्यमिक और कॉलेजों में भौतिक रूप से शिक्षा का काम दिवाली के बाद 23 नवंबर से शुरू करने का फैसला किया है। भारत सरकार के एसओपी दिशानिर्देशों के अनुपालन के साथ सोमवार 23 नवंबर से कक्षा 9 से 12 तक की पढ़ाई शुरू की जाएगी। कॉलेज और विश्वविद्यालय में पहले चरण में स्नातकोत्तर, चिकित्सा और पैरामेडिकल कक्षाएं शुरू होंगी। केवल अंतिम वर्ष की कक्षाएं स्नातक स्तर पर शुरू की जाएंगी। आईटीआई और पॉलिटेक्निक साइंस कॉलेज भी 23 नवंबर से शुरू किए जाएंगे। इसके अलावा, केंद्र सरकार के एसओपी के अनुसार स्कूलों और कॉलेजों में ऑनलाइन शिक्षा भी जारी रहेगी।
उन्होंने आगे कहा कि SOP राज्य के सभी बोर्डों के सरकारी, अनुदानित और स्व-वित्तपोषित स्कूलों, कस्तूरबा बालिका विद्यालय, सामाजिक न्याय अधिकारिता विभाग और जनजातीय स्कूलों पर भी लागू होगी। बाकी कक्षाएं शुरू करने का निर्णय आगे चरणबद्ध तरीके से लिया जायेगा। स्कूल-कॉलेजों में छात्रों की उपस्थिति अनिवार्य नहीं मानी जाएगी। इसके लिये संस्थानों को अभिभावकों की लिखित सहमति लेनी होगी। स्कूल के प्रिंसिपल को शिक्षकों और छात्रों को एक थर्मल बंदूक के साथ दैनिक जांच, साबुन से हाथ धोने, सामाजिक दूरी के अनुसार सीटों की व्यवस्था करने की जिम्मेदारी लेनी होगी।
कक्षा 1 से 8 शुरु करने का निर्णय बाद में होगा
अभिभावक की सहमति के लिए एक फॉर्म प्रदान किया जाएगा और इस फॉर्म में एसओपी के अनुपालना के हर पहलू अंकित होंगे। यह निर्णय आज हुई कैबिनेट बैठक में सर्वसम्मति से लिया गया है। उन्होंने कहा कि हम यह सुनिश्चित करेंगे कि बच्चे प्रार्थना, दोपहर के भोजन और अवकाश के दौरान इकट्ठा न हों और सब्सिडी बच्चों के खाते में सीधे जमा हो। स्कूलों की शुरुआत के बाद के अनुभव की समीक्षा करने के बाद, यह निर्णय लिया जाएगा कि स्कूल में कक्षा 1 से 8 तक कब शुरू की जाएं। यदि कोई भी छात्र, शिक्षक या क्लर्क कोरोना से संक्रमित हो जाता है, तो उसे तुरंत निकटतम स्वास्थ्य केंद्र में ले जाया जाएगा। स्कूल के प्रिंसिपल को ऑड-इवन पद्धति के साथ भी स्कूल शुरू करने का विकल्प दिया गया है।