सौराष्ट्र: भारी बारिश से बामनासा और केशोद को जोड़ने वाला पुल पानी में बहा
राज्य भर में बीते दो दिनों से मेघराज का आशीर्वाद देखने को मिल रहा है।साथ ही दक्षिण गुजरात और सौराष्ट्र के कुछ हिस्सों में भी भारी बारिश देखी गई। सौराष्ट्र की अधिकांश नदियाँ भर आई हैं।साथ ही बारिश के कारण कुछ दुर्घटनाएं भी हुई हैं। भारी बारिश के कारण जूनागढ़ में कोशल और बामनसा गाँवों को जोड़ने वाली सबली नदी पर का पुल पानी में बह गया। सबली नदी के पूल के गिरने के कारण बामनसा और केशोद का रास्ता बंद हो गया है। सौभाग्य से किसी के हताहत होने की सूचना नहीं मिली थी क्योंकि पूल ढहने के समय कोई वाहन पूल के ऊपर नहीं था। बामनसा और केशोद को जोड़ने वाले कुंड के ढहने से लोगों को तकलीफों का सामना करना पड़ेगा। ग्रामीणों का कहना है कि सबली नदी पर स्थित पूल काफ़ी पुराना और जर्जर हो गया था और सबने पूल की मरम्मत के लिए प्रशासन से कई बार संपर्क किया था। पिछले दो वर्षों में कई बार मिलने और शिकायत भेजने के बाद भी पूल की मरम्मत नहीं की गई है और अंततः पूल ढह गया […]

राज्य भर में बीते दो दिनों से मेघराज का आशीर्वाद देखने को मिल रहा है।साथ ही दक्षिण गुजरात और सौराष्ट्र के कुछ हिस्सों में भी भारी बारिश देखी गई। सौराष्ट्र की अधिकांश नदियाँ भर आई हैं।साथ ही बारिश के कारण कुछ दुर्घटनाएं भी हुई हैं। भारी बारिश के कारण जूनागढ़ में कोशल और बामनसा गाँवों को जोड़ने वाली सबली नदी पर का पुल पानी में बह गया। सबली नदी के पूल के गिरने के कारण बामनसा और केशोद का रास्ता बंद हो गया है। सौभाग्य से किसी के हताहत होने की सूचना नहीं मिली थी क्योंकि पूल ढहने के समय कोई वाहन पूल के ऊपर नहीं था।
बामनसा और केशोद को जोड़ने वाले कुंड के ढहने से लोगों को तकलीफों का सामना करना पड़ेगा। ग्रामीणों का कहना है कि सबली नदी पर स्थित पूल काफ़ी पुराना और जर्जर हो गया था और सबने पूल की मरम्मत के लिए प्रशासन से कई बार संपर्क किया था। पिछले दो वर्षों में कई बार मिलने और शिकायत भेजने के बाद भी पूल की मरम्मत नहीं की गई है और अंततः पूल ढह गया और अब यहाँ के लोग कठिनाइयों का सामना करने के लिए मजबूर है।
दूसरी तरह पोरबंदर में रानावाव हाईवे पर बाढ़ के कारण एक एसटी बस सड़क के बीच में फंस गई। जिस समय बस पानी में से गुजर रहा था उस समय बस सड़क के किनारे उतर गई। घटना के समय यात्री बस में सवार थे। घटना की सूचना पर लोग दौड़कर मौके पर पहुंचे और पूरी घटना की सूचना प्रशासन को दी गई। फिर क्रेन की मदद से एसटी बस को पानी से बाहर निकाला गया।
इसके अलावा अमरेली जिले के धारी तालुका में नागधारा गांव की सेल नदी में भी पानी भर आया है। सेल नदी में पैदा हुई बाढ़ की स्थिति के बीच एक बैल नदी में फंस गया। जब ग्रामीणों को घटना के बारे में पता चला, तो वे घटनास्थल पर पहुंचे और बैल को रस्सी से बांधकर नदी से सुरक्षित बाहर निकाल लिया। द्वारका में जामखंभालिया के कई सोसाइटी में पानी भर गए। सोसायटी में खड़ी कारें भी पानी में डूब गईं और लोगों के घरों में भी पानी भर गया। इसलिए लोगों के बहुत तकलीफ का सामना का सामना करना पड़ रहा हैं।