जामनगर : जायदाद के लिए पुत्र ने अपनी जिंदा माता को मृत बताया
पैसा और जायदाद सभी को लालच में अंधा बना देता है। जायदाद की लालच में कई बार लोग ऐसी हरकतें कर देते है, जिसके चलते बाद में उन्हें पछताना पड़ता है। जामनगर जिले में भी कुछ ऐसी ही घटना में कालावड के एक युवक ने अपनी ही माता को मृत बताकर जमीन हड़पने का प्रयास किया था। माता के अलावा भाई और बहन को भी किया गायब विस्तृत जानकारी के अनुसार, साल 2018 में रामजी गमारा अपने पिता विरम गमारा की जमीन अपने नाम करने की साज़िश करने की कोशिश थी। पिता विरम गमारा की मृत्यु के बाद जमीन अपने नाम करने के लिए रामजी ने नकली दस्तावेज बनवाए थे। जिसमे जमीन के वारिस के तौर पर एकमात्र अपना नाम बताया था। इसके लिए उसने अपनी माता, जो की जिंदा थी उसका डैथ सर्टिफिकेट भी बनवा दिया था। इसके अलावा एक भाई और दो बहनों के होने के बावजूद रामजी ने कहीं भी उनका उल्लेख नहीं किया था। रामजी गमारा ने अपनी दो बहन और एक भाई को भी वारिस के तौर पर ना बताकर एकमात्र खुद को जमीन का […]

पैसा और जायदाद सभी को लालच में अंधा बना देता है। जायदाद की लालच में कई बार लोग ऐसी हरकतें कर देते है, जिसके चलते बाद में उन्हें पछताना पड़ता है। जामनगर जिले में भी कुछ ऐसी ही घटना में कालावड के एक युवक ने अपनी ही माता को मृत बताकर जमीन हड़पने का प्रयास किया था।
माता के अलावा भाई और बहन को भी किया गायब
विस्तृत जानकारी के अनुसार, साल 2018 में रामजी गमारा अपने पिता विरम गमारा की जमीन अपने नाम करने की साज़िश करने की कोशिश थी। पिता विरम गमारा की मृत्यु के बाद जमीन अपने नाम करने के लिए रामजी ने नकली दस्तावेज बनवाए थे। जिसमे जमीन के वारिस के तौर पर एकमात्र अपना नाम बताया था। इसके लिए उसने अपनी माता, जो की जिंदा थी उसका डैथ सर्टिफिकेट भी बनवा दिया था। इसके अलावा एक भाई और दो बहनों के होने के बावजूद रामजी ने कहीं भी उनका उल्लेख नहीं किया था।
रामजी गमारा ने अपनी दो बहन और एक भाई को भी वारिस के तौर पर ना बताकर एकमात्र खुद को जमीन का वारिस बताया था। जिसके कागजात पर रामजी ने करना गमारा और किशोर पारगी के दस्तखत पंच के तौर पर करवाए थे। हालांकि रामजी ने जो कागजात पेश किए थे, उसमें अधिकारियों को कुछ ग़लत लगा था। जिसके चलते उन्होंने कालावड़ के मामलात दार और प्रांत अधिकारी को शिकायत दर्ज करने के लिए रेफरेंस दिया था। जिसके चलते इस पूरे मामले में गैरकानूनी तरीके से जमीन हथियाने के लिए रामजी गमारा, पंच के तौर पर दस्तखत करने वाले करना गमारा, किशोर पारगी पर आईपीसी की धारा 465,467,468,471,4715 और 114 के तहत आरोप दर्ज कर जांच आगे बढ़ाई गई है।