सूरत : 15 दिसंबर तक फीस भरो नहीं तो बच्चों का नाम काट सकते हैं, स्वनिर्भर शाला संचालकों के तीखे तेवर
आगामी 15 दिसंबर तक फीस नहीं भरने वाले अभिभावकों के समक्ष स्वनिर्भर शाला संचालक मंडल ने कदम उठाने का फैसला किया है। आर्थिक कारणों से फीस नहीं भरने वाले अभिभावकों को स्कूलों के समक्ष जानकारी देनी होगी। यदि 15 तारीख तक स्कूलों को जानकारी नहीं दी गई तो बच्चों का नाम निकाल दिया जाएगा ऐसी धमकी भी स्वनिर्भर शाला संचालक मंडल ने दी है। आगामी 15 दिसंबर तक अभिभावक अपने बच्चों की फीस भर दें नहीं तो वह किस कारण से नहीं भर रहे हैं इसकी जानकारी देनी होगी। नहीं तो स्कूलों में से बच्चों का नाम निकाला जा सकता है। स्वनिर्भर शाला संचालक मंडल के प्रवक्ता दीपक राजगुरु ने बताया कि सोमवार को स्कूल संचालको की ओर से महत्वपूर्ण फैसला किया गया है। जो अभिभावक अभी तक स्कूलों से दूर रहे हैं। वह स्कूलों का संपर्क करके फीस भर दे या तो किस कारण से नहीं भर रहे हैं इसकी भी जानकारी दे दें। उन्हें स्कूल में नाम रखना है या नहीं यह भी बता दें। यदि उन्हें बच्चे का नाम स्कूल में रखना है तो 15 दिसंबर फीस […]

आगामी 15 दिसंबर तक फीस नहीं भरने वाले अभिभावकों के समक्ष स्वनिर्भर शाला संचालक मंडल ने कदम उठाने का फैसला किया है। आर्थिक कारणों से फीस नहीं भरने वाले अभिभावकों को स्कूलों के समक्ष जानकारी देनी होगी। यदि 15 तारीख तक स्कूलों को जानकारी नहीं दी गई तो बच्चों का नाम निकाल दिया जाएगा ऐसी धमकी भी स्वनिर्भर शाला संचालक मंडल ने दी है। आगामी 15 दिसंबर तक अभिभावक अपने बच्चों की फीस भर दें नहीं तो वह किस कारण से नहीं भर रहे हैं इसकी जानकारी देनी होगी। नहीं तो स्कूलों में से बच्चों का नाम निकाला जा सकता है।
स्वनिर्भर शाला संचालक मंडल के प्रवक्ता दीपक राजगुरु ने बताया कि सोमवार को स्कूल संचालको की ओर से महत्वपूर्ण फैसला किया गया है। जो अभिभावक अभी तक स्कूलों से दूर रहे हैं। वह स्कूलों का संपर्क करके फीस भर दे या तो किस कारण से नहीं भर रहे हैं इसकी भी जानकारी दे दें। उन्हें स्कूल में नाम रखना है या नहीं यह भी बता दें। यदि उन्हें बच्चे का नाम स्कूल में रखना है तो 15 दिसंबर फीस भर दें।
जो लोग फीस नहीं भरेंगे और कारण भी नहीं बताएंगे। उनकी सूची बनाकर जिला शिक्षा अधिकारी को दे दी जाएगी। उनका नाम हटाने की कार्यवाही की जाएगी। आपको बता दें कि मार्च 2020 से लॉकडाउन के कारण अभी तक स्कूलें नहीं खुल सकी है। बीते 8 महीने से कई स्कूल बंद होने के कारण ऑनलाइन पढाई चल रही है। कई अभिभावक आर्थिक तौर से परेशान होने के कारण फीस नहीं भर रहे हैं। स्कूलों की ओर से बार-बार नोटिस देने पर भी नहीं आ रहे।
ऐसे में स्कूल संचालक चिंतित हैं कि अभिभावक उनके बच्चों को पढ़ाना चाहते हैं कि नहीं? कई विद्यार्थी तो घर पर ऑनलाइन एजुकेशन भी नहीं ले रहे हैं। इस पूरे मामले में जिल्ला शिक्षण अधिकारी एच.एच राजगुरू का संपर्क करने का प्रयास किया गया लेकिन उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया।