एचआईवी ग्रस्त पूनम और भौतिक ने थामा एक दूसरे का हाथ
रब ने बना दी जोडी: आज विश्व एड्स डे उत्तराखंड के देहरादून की पूनम और गुजरात के सूरत के भौतिक की जोड़ी कुदरत ने एक दूजे के लिए ही बनाई है। यह दोनों ही एचआईवी पॉजिटिव है। एक महीने पहले ही दोनों की शादी हुई है। दोनों नव दंपति ने दांपत्य जीवन में कदम रखा है। गुजरात समाचार की रिपोर्ट के मुताबिक सूरत के भौतिक झांखरिया को जब पता चला कि वह एचआईवी पॉजिटिव है। तब उसकी आंखों के सामने अंधेरा छा गया और उनके जीवन में अंधकार फैल गया। भविष्य को लेकर बहुत चिंतित थे। भौतिक ने कहा कि उनके पिता को एचआईवी था और उनकी मृत्यु के बाद भौतिक को भी डर लग रहा था लेकिन अब उनकी जिंदगी में पूनम आने के बाद उनके जीवन की नई शुरुआत हुई है। पूनम ने कहा कि वर्ष 2007 में एचआईवी पॉजिटिव होने की जानकारी होने पर डर लग रहा था कि वह जिंदा रहेंगे या नहीं? इसके बाद वह परिवार और दोस्तों से भी अलग-अलग रहने लगे थे। नौकरी लगने के बाद धीरे-धीरे उनसे नए नए लोग मिले और […]

रब ने बना दी जोडी: आज विश्व एड्स डे
उत्तराखंड के देहरादून की पूनम और गुजरात के सूरत के भौतिक की जोड़ी कुदरत ने एक दूजे के लिए ही बनाई है। यह दोनों ही एचआईवी पॉजिटिव है। एक महीने पहले ही दोनों की शादी हुई है। दोनों नव दंपति ने दांपत्य जीवन में कदम रखा है।
गुजरात समाचार की रिपोर्ट के मुताबिक सूरत के भौतिक झांखरिया को जब पता चला कि वह एचआईवी पॉजिटिव है। तब उसकी आंखों के सामने अंधेरा छा गया और उनके जीवन में अंधकार फैल गया। भविष्य को लेकर बहुत चिंतित थे। भौतिक ने कहा कि उनके पिता को एचआईवी था और उनकी मृत्यु के बाद भौतिक को भी डर लग रहा था लेकिन अब उनकी जिंदगी में पूनम आने के बाद उनके जीवन की नई शुरुआत हुई है।
पूनम ने कहा कि वर्ष 2007 में एचआईवी पॉजिटिव होने की जानकारी होने पर डर लग रहा था कि वह जिंदा रहेंगे या नहीं? इसके बाद वह परिवार और दोस्तों से भी अलग-अलग रहने लगे थे। नौकरी लगने के बाद धीरे-धीरे उनसे नए नए लोग मिले और उनसे एचआईवी के बारे में पूरी जानकारी ली। इसके बाद उन्हें पता चला कि जिंदगी सामान्य रहेगी। इसके अलावा उन्होंने इंटरनेट पर यह भी पता किया कि एचआईवी पॉजिटिव लोग शादी भी कर सकते हैं। इसके बाद उन्होंने जीएसएन पीपल संस्था का संपर्क किया।
संस्था की मदद से 2006 से अब तक 262 लोगों की शादियां हो चुकी हैं। जीएसएन पीपल्स के प्रेसिडेंट रसिक भुवा ने मीडिया को बताया कि 2006 से अब तक 12 पसंदगी मेला लग चुका है। इसमें 1700 से 1800 महिला और पुरुष भाग ले चुके हैं। 262 दंपत्ति ने दांपत्य जीवन में प्रवेश किया है। कोरोना के कारण इस साल वर्चुअल पसंदगी मेला लगाया जाएगा। जिसमें कि गुजरात सहित अन्य पांच से छह राज्यों के 300 से 400 लोग शामिल होंगे।