गुजरातः उत्तरायण के बाद शादी प्रसंगों में मेहमानों की संख्या बढ़ने की लग रही अटकलें
कोरोना के मामलों में कमी के कारण सरकार जारी करेगी नई गाइडलाइन कोरोना मामलों में वृद्धि के कारण, केवल 100 मेहमानों को गुजरात में अनलॉक के बाद शुभ अवसरों पर उपस्थित होने की अनुमति दी गई थी। उसके बाद, दिवाली के बाद कोरोना के केस बढ़ने के कारण गुजरात के 4 प्रमुख शहरों, अहमदाबाद, वडोदरा, राजकोट और सूरत में रात 9 बजे से सुबह 6 बजे तक कर्फ्यू लगाया गया है। लेकिन, जल्द ही नए दिशा-निर्देश जारी होने वाले हैं। कोरोना संक्रमण के मामलों की संख्या अब विशेष घटने के कारण लोग भी यह उम्मीद कर रहे हैं कि सरकार अब अधिकांश मामलों में पर्याप्त छूट दे, ताकि आर्थिक गतिविधि को गति मिल सके। विश्वसनीय सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार, सरकार एक-दो दिनों में एक नई गाइडलाइन जारी करने जा रही है क्योंकि गुजरात में पिछले कुछ दिनों में कोरोनोवायरस के मामलों में काफी कमी आई है और अब वैक्सीन भी राज्य में आ गई है। सूत्रों की मानें तो नई गाईडलाइन में विवाह प्रसंग या अन्य शुभ अवसरों के लिए, 100 के बजाय 200 लोगों की उपस्थिति की […]

कोरोना के मामलों में कमी के कारण सरकार जारी करेगी नई गाइडलाइन
कोरोना मामलों में वृद्धि के कारण, केवल 100 मेहमानों को गुजरात में अनलॉक के बाद शुभ अवसरों पर उपस्थित होने की अनुमति दी गई थी। उसके बाद, दिवाली के बाद कोरोना के केस बढ़ने के कारण गुजरात के 4 प्रमुख शहरों, अहमदाबाद, वडोदरा, राजकोट और सूरत में रात 9 बजे से सुबह 6 बजे तक कर्फ्यू लगाया गया है। लेकिन, जल्द ही नए दिशा-निर्देश जारी होने वाले हैं। कोरोना संक्रमण के मामलों की संख्या अब विशेष घटने के कारण लोग भी यह उम्मीद कर रहे हैं कि सरकार अब अधिकांश मामलों में पर्याप्त छूट दे, ताकि आर्थिक गतिविधि को गति मिल सके।
विश्वसनीय सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार, सरकार एक-दो दिनों में एक नई गाइडलाइन जारी करने जा रही है क्योंकि गुजरात में पिछले कुछ दिनों में कोरोनोवायरस के मामलों में काफी कमी आई है और अब वैक्सीन भी राज्य में आ गई है। सूत्रों की मानें तो नई गाईडलाइन में विवाह प्रसंग या अन्य शुभ अवसरों के लिए, 100 के बजाय 200 लोगों की उपस्थिति की अनुमति मिलने की संभावना है। रात के कर्फ्यू के हाल के समय रात्रि 10 बजे के बदले 11 बजे तक करने की संभावना है।
गुजरात में 15 जनवरी से कामूरिता (खरमास) पूरा होने के कारण एक फिर मांगलिक प्रसंगों की शुरुआत होगी, इस बात को ध्यान में लेकर सरकार उत्तरायण के बाद घोषित की जाने वाली नई गाइडलाइन में मेहमानों की संख्या बढ़ाने का फैसला करेगी। हालाँकि सरकार के बार-बार गाइडलाइन बदलने से लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। अब, 17 जनवरी के बाद, जिन परिवारों में शुभ प्रसंग होने हैं ऐसे परिवार तो पहले से ही 100 लोगों की मंजूरी ले ली है। अब सरकार यदि 200 लोगों को अनुमति देती है तो भी लोगों को माथापच्ची करना होगा।
अब जब यह मामला समाप्त हो गया है, तो मैं आपको कामुरता के बारे में भी बता दूं। किसी भी शुभ अवसर के लिए भारतीय संस्कृति में बृहस्पति ग्रह का बहुत महत्व है। जब बृहस्पति ग्रह सूर्य के नजदीक आते है तो गुरु की सक्रियता में कमी हो जाती है। ऐसी स्थिति में कोई मांगलिक कार्य नहीं किया जाता है। 15 दिसंबर से कामुरता लग जाती है जो 14 जनवरी तक रहता है। इसका अर्थ है कि वर्षों से यह धारणा रही है कि कोई भी शुभ कार्य एक महीने के दौरान नहीं हो सकता है।