गुजरातः माखियाला की चंद्रिकाबेन दो गीर गायों का पालन कर दूध बेच आत्मनिर्भर बनीं
दो गायों के दैनिक 10 लीटर दूध से 550 रुपये की होती है आय जूनागढ़ के माखियाला गाँव की चंद्रिकाबेन गजेरा दो गिर गायों का पालन-पोषण करके प्रतिदिन 10 लीटर दूध बेचकर प्रतिदिन की 550 रुपये की आय अर्जित करके आत्मनिर्भर बन गई हैं। चंद्रिकाबेन को पशुपालन के लिए तालुका स्तर के सर्वश्रेष्ठ आत्मा पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया है। जूनागढ़ जिला और गिर की गाय विश्व प्रसिद्ध हैं। जूनागढ़ तालुका के माखियाला गाँव के निवासी चन्द्रिकाबेन चंदूभाई गजेरा ने पशुपालन के लिए दो गिर गायों को पालकर और दूध बेचकर आत्मनिर्भर बन गई हैं। चंद्रिकाबेन ने कहा कि मेरे पास इस समय दो गिर गाय और दो बछड़े हैं। चूँकि ये दोनों गायें दूध दे रही हैं। मैं प्रतिदिन 10 लीटर दूध 55 रुपये प्रति लीटर के भाव से बेचता हूँ और दूध से आय अर्जित करके अपना घर चला रहा हूँ। उन्होंने आगे कहा कि गिर पहले से ही पशुपालन का शौक होने से गीर गायों को पालन कर इन गिर गायों के माध्यम से प्रति माह 16,500 रुपये की अच्छी आय अर्जित कर रही हैं। चंद्रिकाबेन […]

दो गायों के दैनिक 10 लीटर दूध से 550 रुपये की होती है आय
जूनागढ़ के माखियाला गाँव की चंद्रिकाबेन गजेरा दो गिर गायों का पालन-पोषण करके प्रतिदिन 10 लीटर दूध बेचकर प्रतिदिन की 550 रुपये की आय अर्जित करके आत्मनिर्भर बन गई हैं। चंद्रिकाबेन को पशुपालन के लिए तालुका स्तर के सर्वश्रेष्ठ आत्मा पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया है।
जूनागढ़ जिला और गिर की गाय विश्व प्रसिद्ध हैं। जूनागढ़ तालुका के माखियाला गाँव के निवासी चन्द्रिकाबेन चंदूभाई गजेरा ने पशुपालन के लिए दो गिर गायों को पालकर और दूध बेचकर आत्मनिर्भर बन गई हैं।
चंद्रिकाबेन ने कहा कि मेरे पास इस समय दो गिर गाय और दो बछड़े हैं। चूँकि ये दोनों गायें दूध दे रही हैं। मैं प्रतिदिन 10 लीटर दूध 55 रुपये प्रति लीटर के भाव से बेचता हूँ और दूध से आय अर्जित करके अपना घर चला रहा हूँ। उन्होंने आगे कहा कि गिर पहले से ही पशुपालन का शौक होने से गीर गायों को पालन कर इन गिर गायों के माध्यम से प्रति माह 16,500 रुपये की अच्छी आय अर्जित कर रही हैं।
चंद्रिकाबेन को राज्य सरकार ने पशुपालन के लिए सर्वश्रेष्ठ आत्मा फार्मर पुरस्कार के तहत तालुका स्तर पर 10,000 रुपये बतौर पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया है।