गुजरात : जखौ बंदरगाह के पास क्यों मिल रहा है चरस? ये हो सकता है कारण
बाजार में इस चरस की कीमत 18 करोड़ रुपए से अधिक है समुद्र तट की देखरेख करनेवाले इंडियन कोस्ट गार्ड के जवानों को गुजरात के जखौ पोर्ट के पास से 36 लाख रुपए की चरस मिली है। यदि बात 20 मई से अभी तक करें तो भारतीय कोस्ट गार्ड अन्य सरकारी एजेन्सियों के साथ मिलकर अभी तक इस विस्तार के समुद्र किनारे से 1200 पैकेट से अधिक चरस प्राप्त कर चुकी है। बाजार में इस चरस की कीमत 1 करोड़ रुपए से अधिक है। गुजरात में एटीएस ने डेढ़ करोड़ रुपए की कीमत का 50 अवैध शस्त्र जब्त करके 10 आरोपियों की भी गिरफ्तारी की है। कच्छ के तटीय क्षेत्र से चरस खोजने की प्रक्रिया पिछले कुछ समय से चल रही है। भारतीय तटरक्षक बल की टीम को जखौ द्वीप और उसके आसपास के समुद्री विस्तारों में पेट्रोलिंग के दौरान काफी समय से चरस के पैकेट्स मिल रहे हैं। गुजरात में समुद्र किनारे से पिछले एक महीने से भी अधिक समय से प्लास्टिक के पैकेट में छुपा हुआ चरस का पैकेट मिल रहा है जबकि उसे खोलकर देखा गया तो […]

बाजार में इस चरस की कीमत 18 करोड़ रुपए से अधिक है
समुद्र तट की देखरेख करनेवाले इंडियन कोस्ट गार्ड के जवानों को गुजरात के जखौ पोर्ट के पास से 36 लाख रुपए की चरस मिली है। यदि बात 20 मई से अभी तक करें तो भारतीय कोस्ट गार्ड अन्य सरकारी एजेन्सियों के साथ मिलकर अभी तक इस विस्तार के समुद्र किनारे से 1200 पैकेट से अधिक चरस प्राप्त कर चुकी है। बाजार में इस चरस की कीमत 1 करोड़ रुपए से अधिक है।
गुजरात में एटीएस ने डेढ़ करोड़ रुपए की कीमत का 50 अवैध शस्त्र जब्त करके 10 आरोपियों की भी गिरफ्तारी की है। कच्छ के तटीय क्षेत्र से चरस खोजने की प्रक्रिया पिछले कुछ समय से चल रही है। भारतीय तटरक्षक बल की टीम को जखौ द्वीप और उसके आसपास के समुद्री विस्तारों में पेट्रोलिंग के दौरान काफी समय से चरस के पैकेट्स मिल रहे हैं। गुजरात में समुद्र किनारे से पिछले एक महीने से भी अधिक समय से प्लास्टिक के पैकेट में छुपा हुआ चरस का पैकेट मिल रहा है जबकि उसे खोलकर देखा गया तो उसमें से चरस मिला है।

अभी तक जितनी भी चरस मिली है, अंतरराष्ट्रीय बाजार में उसकी कीमत लगभग 18 करोड़ रुपए आंकी जा रही है। कोस्ट गार्ड की टीम ने इन हर पैकेटों को मरीन पुलिस और जांच एजेन्सियों को सौंप दी है। इससे पहले जून में तीन दिन में कुल 957 लावारिस पैकेट मिले, जिसमें से 355 एक दिन और दूसरे दिन 396 पैकेट मिले थे।

इसके पहले अन्य एजेन्सियों ने 355 पैकेट चरस ढूंढ़ा था। एक अनुमान के अनुसार चरस के पैकेट पाकिस्तान के कराची से लाए जाते हैं। पाकिस्तान के स्मगलरों को कोस्ट गार्ड द्वारा गिरफ्तार होने का डर रहता है जिससे इन पैकेटों को समुद्र में फें के जाने की संभावना है।
Landing party of Indian Coast Guard recovered 24 packets of ‘Charas’ worth approx Rs 36 lakh, yesterday during coastal patrol near Jakhau port in Gujarat. Since May 20, ICG in coordination with other govt enforcement agencies recovered over 1200 packets of ‘Charas’: Govt of India pic.twitter.com/TsHjg6tY5W
— ANI (@ANI) July 4, 2020
जखौनी सिंधोडी की समुद्र सीमा को काफी संवेदनशील माना जाता है। वहां नेवी और कोस्ट गार्ड ने जागरुकता बढ़ा दी है। यहां पहले भी कई बार आतंकी भारतीय सीमा में घुसने का प्रयास करते हुए गिरफ्तार हुए हैं। गत वर्ष भी एटीएस द्वारा इसी क्षेत्र से बड़े पैमाने पर अज्ञात चरस प्राप्त किया गया था।