गुजरात : कोरोना नामक शत्रु को हराने के लिए सतर्कता, सहिष्णुता, देखभाल एवं समय पर उपचार जरुरी
सभी एक साथ कोरोना रुपी अदृश्य शत्रु को हराने का संकल्प लिया पूरा देश जहां आज कोरोना वायरस से लड़ रहा है। एक बात विशेष रूप से हमें याद रखनी है कि हमें बीमारी से लडऩा है न कि बीमार से। पिछले कई महीनों से कोरोना महामारी से नागरिकों की रक्षा के लिए केंद्र और राज्य सरकार महीनों से अग्रिम मोर्चे पर अभियान चला रही है। हमारे स्वास्थ्य कार्यकर्ता विश्वास के साथ कोविड -19 नामक अदृश्य दुश्मन को हराने के लिए चौबीस घंटे अपना काम कर रहे हैं। कोरोनावायरस मानव का अदृश्य शत्रु है। चिकित्सा क्षेत्र में अनेक रोगों का पता लगाना और उसका इलाज करना मुश्किल है। कोविड-19 वायरस भी उनमें से एक है। वर्तमान कोरोना की स्थिति में कुछ हद तक सुधार हुआ है, लेकिन यथास्थिति बनाए रखने के लिए, हमें सतर्कता, सहिष्णुता, देखभाल और समय पर उपचार के इन चार मंत्रों को जीवन में उतारने की आवश्यकता है। इसके अलावा, खुद की देखभाल करने के लिए, जब भी हम घर से बाहर जाते हैं, तो हमें न केवल मास्क पहनना चाहिए, बल्कि दूसरों को भी मास्क पहनने […]

सभी एक साथ कोरोना रुपी अदृश्य शत्रु को हराने का संकल्प लिया
पूरा देश जहां आज कोरोना वायरस से लड़ रहा है। एक बात विशेष रूप से हमें याद रखनी है कि हमें बीमारी से लडऩा है न कि बीमार से। पिछले कई महीनों से कोरोना महामारी से नागरिकों की रक्षा के लिए केंद्र और राज्य सरकार महीनों से अग्रिम मोर्चे पर अभियान चला रही है।
हमारे स्वास्थ्य कार्यकर्ता विश्वास के साथ कोविड -19 नामक अदृश्य दुश्मन को हराने के लिए चौबीस घंटे अपना काम कर रहे हैं। कोरोनावायरस मानव का अदृश्य शत्रु है। चिकित्सा क्षेत्र में अनेक रोगों का पता लगाना और उसका इलाज करना मुश्किल है। कोविड-19 वायरस भी उनमें से एक है। वर्तमान कोरोना की स्थिति में कुछ हद तक सुधार हुआ है, लेकिन यथास्थिति बनाए रखने के लिए, हमें सतर्कता, सहिष्णुता, देखभाल और समय पर उपचार के इन चार मंत्रों को जीवन में उतारने की आवश्यकता है।
इसके अलावा, खुद की देखभाल करने के लिए, जब भी हम घर से बाहर जाते हैं, तो हमें न केवल मास्क पहनना चाहिए, बल्कि दूसरों को भी मास्क पहनने के लिए प्रेरित करना चाहिए। साथ ही दूसरों से एक निश्चित दूरी (दो गज की दूरी ) बनाये रखना चाहिए और अक्सर अपने हाथों को साबुन या सैनिटाइजर से पोंछना चाहिए। विशेष रूप से दिवाली त्यौहार के दौरान विशेष देखभाल की आवश्यकता होती है। अगर हम खुद का ख्याल रखते हैं, तो हम बड़े पैमाने पर खुद को, अपने परिवार और समाज की रक्षा करने में सक्षम होंगे।
कोरोना के शीघ्र निदान से रोगी के जल्दी ठीक होने की संभावना बढ़ जाती है। कोरोना हृदय रोग से बचने के लिए नियमित आहार, व्यायाम, सूर्य नमस्कार, पर्याप्त नींद और समय-समय पर आयुर्वेदिक काढ़ा तथा औषधियों का सेवन करना चाहिए। अपने और अपने परिवारों की देखभाल के साथ कोरोना की कार्यवाही में जुड़े कर्मयोगियों को पूरा सम्मान देने के साथ सभी एक साथ कोरोना रुपी अदृश्य शत्रु को हराने का संकल्प लिया।