गुजरात पुलिस को मिली टीजर गन, इसमें से गोली नहीं करंट निकलता है!
जल्दी ही राज्य के बड़े शहरों की पुलिस को उपलब्ध होगी गुजरात पुलिस देशभर में सबसे पहले टीसर गन का उपयोग शुरू करने जा रही है। इस गन की विशेषता यह है कि यह ट्रिगर दबाने से फायर नहीं होगी लेकिन कई मीटर दूरी तक के लोगों को करंट लगेगा। इससे व्यक्ति मरता नहीं है लेकिन कुछ समय तक बेहोश जरूर हो जाता है। विदेश में यूनाइटेड किंग्डम,न्यूयॉर्क पुलिस इस गन का उपयोग कर रही है। भारत में अब गुजरात पुलिस ने यह गन लेने का फैसला किया है। संदेश की रिपोर्ट के अनुसार गुजरात पुलिस के पास अभी 25 टीसर गन है। इसका उपयोग लोगों का टोले पर नियंत्रण करने के लिए किया जाता है। इसके अलावा वीआईपी बंदोबस्त के लिए भी इसका उपयोग किया जा सकता है। पुलिस महानिदेशक आशीष भाटिया ने बताया कि महाराष्ट्र से अलग होने के बाद कई दशक तक गुजरात पुलिस ने थ्री नॉट थ्री राइफल का उपयोग किया था। राइफल का जमाना अब समाप्त हो गया। हाल में पुलिस इंसास राइफल जैसे आधुनिक शस्त्र का उपयोग कर रही है।उच्च स्तर के अधिकारी 9 मिमि […]

जल्दी ही राज्य के बड़े शहरों की पुलिस को उपलब्ध होगी
गुजरात पुलिस देशभर में सबसे पहले टीसर गन का उपयोग शुरू करने जा रही है। इस गन की विशेषता यह है कि यह ट्रिगर दबाने से फायर नहीं होगी लेकिन कई मीटर दूरी तक के लोगों को करंट लगेगा। इससे व्यक्ति मरता नहीं है लेकिन कुछ समय तक बेहोश जरूर हो जाता है। विदेश में यूनाइटेड किंग्डम,न्यूयॉर्क पुलिस इस गन का उपयोग कर रही है। भारत में अब गुजरात पुलिस ने यह गन लेने का फैसला किया है।
संदेश की रिपोर्ट के अनुसार गुजरात पुलिस के पास अभी 25 टीसर गन है। इसका उपयोग लोगों का टोले पर नियंत्रण करने के लिए किया जाता है। इसके अलावा वीआईपी बंदोबस्त के लिए भी इसका उपयोग किया जा सकता है। पुलिस महानिदेशक आशीष भाटिया ने बताया कि महाराष्ट्र से अलग होने के बाद कई दशक तक गुजरात पुलिस ने थ्री नॉट थ्री राइफल का उपयोग किया था। राइफल का जमाना अब समाप्त हो गया। हाल में पुलिस इंसास राइफल जैसे आधुनिक शस्त्र का उपयोग कर रही है।उच्च स्तर के अधिकारी 9 मिमि की बंदूक का इस्तेमाल करते हैं।पुलिस महानिदेशक आरके गुजरात पुलिस ने ट्वीट कर इस बारे में जानकारी दी है।
अत्याधुनिक टेक्नोलॉजी से इस गन का उपयोग भारत में पहली बार गुजरात सरकार कर रही है। आगामी दिनों में इस बंदूक को राज्य के बड़े शहरों पुलिस में बांटी जाएगी। टीसर गन का उपयोग करने के लिए कमान्डो को ट्रेनिंग दी गई है।
देखिये कैसे काम करती है टेसर गनः