शराबबंदी वाले गुजरात में सड़क का भूमिपूजन शराब के अभिषेक से!
वडोदरा। गांधी के गुजरात में आये दिन शराबबंदी की धज्जियां उड़ती देखी गई हैं। भले सरकार शराबबंदी की बात करती हो, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ ओर ही बयां करती है। गुजरात का शराबबंदी को लेकर सख्त कानून होने के बावजूद अवैध तरिके से शराब का कारोबार धड़ल्ले से चल रहा है। इसके कारण गुजरात में शराबबंदी को लेकर सवालिया निशान खड़े हो गए हैं। अब जनता के सेवक ही परंपरा के नाम पर शराब को लेकर लोगों में गलत संदेश पहुंचा रहे हैं। नर्मदा जिले की डेडियापाडा तहसील में एक सड़क का भूमिपूजन हुआ। इस दौरान भारतीय ट्राइबल पार्टी (बीटीपी) के विधायक महेश वसावा और भाजपा के पूर्व विधायक मोती सिंह वसावा सहित नेताओं ने भूमिपूजन शराब से अभिषेक करके किया। जब यह बात तेजी से फैली तो इस पर सफाई देते हुए इसे आदिवासी परंपरा बतायी। शराबबंदी का पाठ पढ़ाने वाले नेताओं ने शराबबंदी काे बनाया मजाक इस घटना का समाज में गहरा प्रत्याघात पड़ा है। लोगों में चर्चा है कि लोगों को शराबबंदी का पाठ पढ़ाने वाले ही इसकी धज्जियां उठा रहे हैं। भूमिपूजन दौरान मोतीसिंह के अलावा […]

वडोदरा। गांधी के गुजरात में आये दिन शराबबंदी की धज्जियां उड़ती देखी गई हैं। भले सरकार शराबबंदी की बात करती हो, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ ओर ही बयां करती है। गुजरात का शराबबंदी को लेकर सख्त कानून होने के बावजूद अवैध तरिके से शराब का कारोबार धड़ल्ले से चल रहा है। इसके कारण गुजरात में शराबबंदी को लेकर सवालिया निशान खड़े हो गए हैं। अब जनता के सेवक ही परंपरा के नाम पर शराब को लेकर लोगों में गलत संदेश पहुंचा रहे हैं।
नर्मदा जिले की डेडियापाडा तहसील में एक सड़क का भूमिपूजन हुआ। इस दौरान भारतीय ट्राइबल पार्टी (बीटीपी) के विधायक महेश वसावा और भाजपा के पूर्व विधायक मोती सिंह वसावा सहित नेताओं ने भूमिपूजन शराब से अभिषेक करके किया। जब यह बात तेजी से फैली तो इस पर सफाई देते हुए इसे आदिवासी परंपरा बतायी।
शराबबंदी का पाठ पढ़ाने वाले नेताओं ने शराबबंदी काे बनाया मजाक
इस घटना का समाज में गहरा प्रत्याघात पड़ा है। लोगों में चर्चा है कि लोगों को शराबबंदी का पाठ पढ़ाने वाले ही इसकी धज्जियां उठा रहे हैं। भूमिपूजन दौरान मोतीसिंह के अलावा नर्मदा जिला पंचायत के चेयरमैन बहादुर वसावा, नर्मदा जिले के भाजपा प्रमुख और जिला पंचायत प्रमुख शंकर वसावा, गुजरात प्रदेश भाजपा आदिजाति मोर्चा के प्रमुख समेत कांग्रेस के भी कद्दावर आदिवासी नेता उपस्थित थे।
आदिवासी परंपरा निभाई : महेश वसावा
इस घटना पर सफाई देते हुए बीटीपी के विधायक महेश वसावा ने बताया कि उन्होंने पहले अबीर-गुलाल, फूल और नारियल से ही भूमि पूजन किया। इसके बाद सालों से चलती आ रही परंपरा के मुताबिक शराब से अभिषेक किया। यह उनकी परंपरा का का हिस्सा है।
जनता को दिया गलत संदेश : मनसुख वसावा
भूमिपूजन में शराब से अभिषेक किए जाने की घटना पर भाजपा सांसद मनसुख वसावा ने कहा कि किसी भी भूमि पूजन में फल, दूध, जल अबीर-गुलाल से किया था, शराब से नहीं। इस दौरान प्रसाद के रूप में शराब भी बांटी गई। इससे जनता में गलत संदेश गया। गुजरात में शराबबंदी है। सरकार नशा मुक्ति के लिए कई अभियान चलाए जा रहे है।