अहमदाबाद : सरकार की उदासीनता से त्रस्त ऑटो चालक हड़ताल पर
दो लाख से अधिक ऑटो रिक्शा चालक मंगलवार को हड़ताल करेंगे, लॉकडाउन ने खस्ता की हालत अहमदाबाद शहर के दो लाख से अधिक ऑटो चालक आज 7 जुलाई को हड़ताल पर उतरे हैं। शहर में ऑटो के पहिए थम गए इसलिए लोगों को परेशान होना पड़ रहा है। लॉकडाउन में ऑटो चालक की स्थिति दयनीय बन गई है। जिससे सहायता पैकेज की मांग की गई थी। जिसे गुजरात सरकार ने ठुकरा दिया था। अब ऑटो चालक युनियन ने हड़ताल का मार्ग अपनाया है। मंगलवार को 1 दिन का हड़ताल किया गया है। यदि प्रश्न का समाधान नहीं हुआ तो 10 जुलाई को जीएमडीसी में सभा का आयोजन किया जाएगा। उसके बाद गुजरात में ऑटो हड़ताल का ऐलान किया जाएगा। ऑटो चालकों के युनियनों ने अहदाबाद में 7 जुलाई को हड़ताल का ऐलान सप्ताह पहले ही कर दिया था। युनियनों द्वारा पांच अलग-अलग मांग की गई है। उनका कहना है कि दिल्ली-तेलंगाना वगैरह राज्यों में सरकार ने ऑटो चालकों को सहायता पैकेज दिया है। गुजरात में तीन महीने के तौर पर ऑटो चालकों को 15 हजार रुपए सहायता देना चाहिए। उनके […]

दो लाख से अधिक ऑटो रिक्शा चालक मंगलवार को हड़ताल करेंगे, लॉकडाउन ने खस्ता की हालत
अहमदाबाद शहर के दो लाख से अधिक ऑटो चालक आज 7 जुलाई को हड़ताल पर उतरे हैं। शहर में ऑटो के पहिए थम गए इसलिए लोगों को परेशान होना पड़ रहा है। लॉकडाउन में ऑटो चालक की स्थिति दयनीय बन गई है। जिससे सहायता पैकेज की मांग की गई थी।
जिसे गुजरात सरकार ने ठुकरा दिया था। अब ऑटो चालक युनियन ने हड़ताल का मार्ग अपनाया है। मंगलवार को 1 दिन का हड़ताल किया गया है। यदि प्रश्न का समाधान नहीं हुआ तो 10 जुलाई को जीएमडीसी में सभा का आयोजन किया जाएगा। उसके बाद गुजरात में ऑटो हड़ताल का ऐलान किया जाएगा।
ऑटो चालकों के युनियनों ने अहदाबाद में 7 जुलाई को हड़ताल का ऐलान सप्ताह पहले ही कर दिया था। युनियनों द्वारा पांच अलग-अलग मांग की गई है। उनका कहना है कि दिल्ली-तेलंगाना वगैरह राज्यों में सरकार ने ऑटो चालकों को सहायता पैकेज दिया है।
गुजरात में तीन महीने के तौर पर ऑटो चालकों को 15 हजार रुपए सहायता देना चाहिए। उनके बिजली बिल, बच्चों की स्कूल फी, मनपा टैक्स बिल माफ करने की मांग की गई है। सरकार द्वारा एक लाख की लोन की घोषणा सिर्फ कागज पर होने का भी युनियनों ने आरोप लगाया है।
युनियन के दावे के अनुसार अहमदाबाद में 2.20 लाख की तुलना में अधिक ऑटो चालक हैं जो सभी स्वयंभू बंद पालन करनेवाले हैं। कांग्रेस और अन्य एक पार्टी द्वारा भी इस हड़ताल को समर्थन दिया गया है।
आर्थिक कारणों से 3 ऑटोचालकों ने दी जान
ऑटो चालकों के युनियन ने दावा किया है कि आर्थिक कारणों से शहर में तीन ऑटो चालकों ने अपनी जान दी है। लॉकडाउन में दयनीय स्थिति हुई है और अभी डर का माहौल होने से विशेष यात्री मिले नहीं हैं।