कॉल सेंटर द्वारा अमेरिकी नागरिकों को चूना लगाने वाले एक गुजराती को मिली 20 साल की सजा!
2013 से 2016 के बीच अमेरिकियों को लाखों डॉलर का चुना लगाने वाले भारत स्थित कॉल सेंटरों के संचालन और फंडिंग में खास भूमिका निभाने के लिए अमेरिका की एक अदालत ने अमेरिका में रहने वाले एक गुजराती को 20 साल जेल की सजा सुनाई है। इसके अलावा उसकी सजा पूरी होने के बाद तीन साल तक उसकी निगरानी की जाएगी। जानकारी के अनुसार, अहमदाबाद के मूल निवासी 44 वर्षीय हितेश मधुभाई पटेल को अमेरिका के टेक्सास के जिला जज डेविड हिटलर ने ये सजा सुनाई है। पटेल पर मनी लॉन्ड्रिंग और धोखाधड़ी की साजिश रचने का आरोप लगाया गया है। साथ ही आरोपी को ठगी का शिकार बनाने वाले पीड़ितों को 89,70,396 भुगतान करने का भी आदेश दिया गया। कार्यवाहक अटॉर्नी जनरल ब्रायन सीए ने कहा कि पटेल ने कई अमेरिकियों के साथ धोखा किया है। उन्होंने अपने कॉल सेंटरों के माध्यम से अमेरिकी लोगों को ठगी का शिकार किया। पटेल के अनुसार, उन्होंने कुछ लोगों के साथ अहमदाबाद में एक कॉल सेंटर शुरू किया। इन कॉल सेंटरों से कॉल करके अमेरिकी नागरिकों को फंसाया जाता था। इस पूरी […]

2013 से 2016 के बीच अमेरिकियों को लाखों डॉलर का चुना लगाने वाले भारत स्थित कॉल सेंटरों के संचालन और फंडिंग में खास भूमिका निभाने के लिए अमेरिका की एक अदालत ने अमेरिका में रहने वाले एक गुजराती को 20 साल जेल की सजा सुनाई है। इसके अलावा उसकी सजा पूरी होने के बाद तीन साल तक उसकी निगरानी की जाएगी।
जानकारी के अनुसार, अहमदाबाद के मूल निवासी 44 वर्षीय हितेश मधुभाई पटेल को अमेरिका के टेक्सास के जिला जज डेविड हिटलर ने ये सजा सुनाई है। पटेल पर मनी लॉन्ड्रिंग और धोखाधड़ी की साजिश रचने का आरोप लगाया गया है। साथ ही आरोपी को ठगी का शिकार बनाने वाले पीड़ितों को 89,70,396 भुगतान करने का भी आदेश दिया गया। कार्यवाहक अटॉर्नी जनरल ब्रायन सीए ने कहा कि पटेल ने कई अमेरिकियों के साथ धोखा किया है। उन्होंने अपने कॉल सेंटरों के माध्यम से अमेरिकी लोगों को ठगी का शिकार किया। पटेल के अनुसार, उन्होंने कुछ लोगों के साथ अहमदाबाद में एक कॉल सेंटर शुरू किया। इन कॉल सेंटरों से कॉल करके अमेरिकी नागरिकों को फंसाया जाता था। इस पूरी प्रक्रिया में पटेल ई-मेल और व्हाट्सएप के माध्यम से अहमदाबाद में अपने सहयोगियों के साथ संपर्क में रहता था।
आपको बता दें कि पटेल ने अप्रैल 2019 में सिंगापुर में आत्मसमर्पण कर दिया और तब से उसके उपर संयुक्त राज्य अमेरिका में मुकदमा चलाया जा रहा था। गौरतलब है कि पटेल और उनके सहयोगी अमेरिकियों को धमकाते थे और खुद को उच्च अधिकारियों के रूप में बता कर उनसे पैसे ठगा करते थे। इस दौरान वो अमेरिकियों को धमकी देते थे कि अगर उन्हें पैसे नहीं दिए जाएगे तो वे कानूनी कार्रवाई करके उन लोगों को फंसा देंगे।