वडोदरा रेलवे विभाग में 190 कर्मचारी और उनके परिजन कोरोना संक्रमित
प्रशासन की ओर से 350 आर्टिफिश्यल टेस्ट और 400 रेपिट टेस्ट करवाए गए थे वडोदरा शहर में रेलवे कर्मचारी कोरोना संक्रमित हुए हैं। वडोदरा रेलवे प्रशासन की ओर से 350 आर्टिफिश्यल टेस्ट और 400 रेपिट टेस्ट करवाए गए थे। कुल कोरोना से संक्रमित मरीजों का आंकड़ा 190 पर पहुंचा गया। इसमें रेलवे कर्मचारी और उनके परिजन भी शामिल हैं। रेलवे कर्मचारी और उनके परिवारजन कोरोना वायरस से संक्रमित होने पर कुछ मरीजों को प्रतापनगर रेलवे अस्पताल में भर्ती किया गया हैं। प्रतापनगर रेलवे अस्पताल और गोत्री अस्पताल में मरीजों को किया भर्ती कुछ मरीजों को होम क्वॉरन्टाइन किया। वडोदरा महानगर पालिका की ओर से रेलवे विभाग को टेस्ट करने गत अगस्त माह में आर्टिफिश्यल और रेपिड के लिए कीट दी गई है। प्रतापनगर रेलवे कॉलोनी और रेलवे यार्ड में भी धन्वंतरी रथ का राउंड पूरा किया हैं। इसमें रेलवे कर्मचारी, अधिकारी और उनके परिवारजनों का टेस्ट किया गया। इसमें किसी का भी रिपोर्ट पॉजिटिव नहीं आया। कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को ध्यान में रखकर प्रतापनगर रेलवे अस्पताल की ओर से 350 आर्टिफिश्यल टेस्ट किए गए थे। इसमें से 40 […]

प्रशासन की ओर से 350 आर्टिफिश्यल टेस्ट और 400 रेपिट टेस्ट करवाए गए थे
वडोदरा शहर में रेलवे कर्मचारी कोरोना संक्रमित हुए हैं। वडोदरा रेलवे प्रशासन की ओर से 350 आर्टिफिश्यल टेस्ट और 400 रेपिट टेस्ट करवाए गए थे। कुल कोरोना से संक्रमित मरीजों का आंकड़ा 190 पर पहुंचा गया। इसमें रेलवे कर्मचारी और उनके परिजन भी शामिल हैं। रेलवे कर्मचारी और उनके परिवारजन कोरोना वायरस से संक्रमित होने पर कुछ मरीजों को प्रतापनगर रेलवे अस्पताल में भर्ती किया गया हैं।
प्रतापनगर रेलवे अस्पताल और गोत्री अस्पताल में मरीजों को किया भर्ती
कुछ मरीजों को होम क्वॉरन्टाइन किया। वडोदरा महानगर पालिका की ओर से रेलवे विभाग को टेस्ट करने गत अगस्त माह में आर्टिफिश्यल और रेपिड के लिए कीट दी गई है। प्रतापनगर रेलवे कॉलोनी और रेलवे यार्ड में भी धन्वंतरी रथ का राउंड पूरा किया हैं। इसमें रेलवे कर्मचारी, अधिकारी और उनके परिवारजनों का टेस्ट किया गया। इसमें किसी का भी रिपोर्ट पॉजिटिव नहीं आया। कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को ध्यान में रखकर प्रतापनगर रेलवे अस्पताल की ओर से 350 आर्टिफिश्यल टेस्ट किए गए थे। इसमें से 40 रिपोर्ट पॉजिटिव आए है। इसको लेकर रेलवे प्रशासन सर्तक हो गया। अगर कोरोना संक्रमित मरीजों की अस्पताल में इलाज करने की इच्छा हो तो उन्हें प्रतापनगर रेलवे अस्पताल और गोत्री अस्पताल में भर्ती किया जा रहा हैं।

जो मरीज घर पर इलाज करना चाहता है उन्हें होम क्वॉरन्टाइन किया है। इसके लिए उन्हें एक कीट दी जा रही हैं। इसमें थर्मोमीटर, पल्स ऑक्सीमीटर, सभी इन्स्ट्रक्शन तथा दवा शामिल है। होम क्वॉरन्टाइन हुए मरीज सुबह और शाम दो टाइम फोटो निकाल कर रेलवे हेल्थ प्रशासन केा भेजना होगा। जिससे हर मरीज के स्वास्थ्य को लेकर सही जानकारी मिले। अभी तक रेलवे अस्पताल में 86 वर्ष की एक महिला की मौत हो चुकी हैं। रेलवे अस्पताल प्रतापनगर के एडिशनल चीफ मेडिकल डॉ.
क्रिष्णकुमार ने बताया कि आर्टिफिश्यल और रेपिड टेस्ट मिलाकर कुल 750 टेस्ट किए गए हैं। इसमें से कुल 190 रिपोर्ट पॉजिटिव आए है। सभी का फिलहाल इलाज जारी हैं।