अपने भजन से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध करने वाली जया किशोरी ऐसे बनी लोकप्रिय, एक कार्यक्रम के लिए लेती है इतने पैसे
जया किशोरी का नाम आज देशभर के लोकप्रिय कथावाचकों में आता है। महज 22 साल की उम्र में जया किशोरी की अपनी अलग पहचान बन गई है। जया किशोरी के कथावाचन और प्रवचन के कार्यक्रम देश में विभिन्न स्थानों पर आयोजित किए जाते हैं। इसके अलावा, सोशल मीडिया के जरिए जया किशोरी को लाखों लोग सुनते हैं। जया किशोरी के कार्यक्रम का प्रबंधन उनके पिता शिवशंकर शर्मा संभालते हैं। जानकारी के अनुसार, जया किशोरी एक कार्यक्रम के लिए 9.50 लाख रुपये का शुल्क लेती हैं। इसके लिए आधा पैसा कार्यक्रम से पहले और आधा कार्यक्रम के पूरा होने के बाद देना रहता है। जया किशोरी का जन्म कोलकाता में हुआ था। उनके पिता राजस्थान के सुजानगढ़के मूल निवासी हैं। जया किशोरी बचपन से ही भजन और कीर्तन गाने की शौकीन रही हैं। जब बेटी 10 साल की थी, तब उसके पिता शिवशंकर अपना सारा समय अपनी बेटी को ही देते थे। इसी समय शिवशंकर शर्मा ने अपनी बेटी के भजन गाने की तालीम को पूरा किया और साथ ही साथ बेटी को डांस की ट्रेनिंग भी दी। इसके लिए पिता […]

जया किशोरी का नाम आज देशभर के लोकप्रिय कथावाचकों में आता है। महज 22 साल की उम्र में जया किशोरी की अपनी अलग पहचान बन गई है। जया किशोरी के कथावाचन और प्रवचन के कार्यक्रम देश में विभिन्न स्थानों पर आयोजित किए जाते हैं। इसके अलावा, सोशल मीडिया के जरिए जया किशोरी को लाखों लोग सुनते हैं। जया किशोरी के कार्यक्रम का प्रबंधन उनके पिता शिवशंकर शर्मा संभालते हैं।
जानकारी के अनुसार, जया किशोरी एक कार्यक्रम के लिए 9.50 लाख रुपये का शुल्क लेती हैं। इसके लिए आधा पैसा कार्यक्रम से पहले और आधा कार्यक्रम के पूरा होने के बाद देना रहता है। जया किशोरी का जन्म कोलकाता में हुआ था। उनके पिता राजस्थान के सुजानगढ़के मूल निवासी हैं। जया किशोरी बचपन से ही भजन और कीर्तन गाने की शौकीन रही हैं। जब बेटी 10 साल की थी, तब उसके पिता शिवशंकर अपना सारा समय अपनी बेटी को ही देते थे। इसी समय शिवशंकर शर्मा ने अपनी बेटी के भजन गाने की तालीम को पूरा किया और साथ ही साथ बेटी को डांस की ट्रेनिंग भी दी।
इसके लिए पिता शिवशंकर ने अपना व्यवसाय भी बंद कर दिया और जया के साथ रहने का विकल्प चुना ताकि उनकी बेटी आगे बढ़ सके। यही कारण है कि जया किशोरी अपने पिता को अपना गुरु मानती हैं। उनके पिता ने ही जया की खामियों पर ध्यान देकर सभी कमियों को ठीक किया। आज के समय जया के पिता एक प्रबंधक के रूप में अपनी बेटी की जिम्मेदारियों का प्रबंधन करते हैं। देश में बहुत ख्याति प्राप्त करने के बाद भी, जया अपने किशोर पिता का हाथ थामे हुए हैं।
गौरतलब है कि जया किशोरी महाराष्ट्र में नारायण सेवा संस्थान को अपनी आय का आधा हिस्सा दान करती हैं। ये संगठन गरीबों और विकलांगों की मदद करता है और जया किशोरी अपनी कमाई का एक हिस्सा उनके भविष्य के लिए बचा कर रखती है। जया किशोरी ने यह भी बताया है कि वह निकट भविष्य में शादी भी करेंगी। जया किशोरी कभी-कभी सोशल मीडिया पर अपने पिता के साथ एक फोटो अपलोड करती हैं। पिता के प्रयासों से ही उनकी बेटी आगे बढ़ने में सक्षम बनी और आज उनका नाम पूरे देश में प्रसिद्ध है।