कोल्ड ड्रिंक पीने से बढता है स्ट्रोक का खतरा
कैन वाले ड्रिंक्स पीने से टाइप-2 डायबिटीज का खतरा न्यूयार्क (ईएमएस)। एक नई रिसर्च में यह बात सामने आई है कि गैस वाले मीठे ड्रिंक्स जैसे कैन वाले ड्रिंक्स पीने से टाइप-2 डायबिटीज का खतरा बढ़ सकता है। यही नहीं इससे ब्लड प्रेशर के बढ़ने की संभावना भी बढ़ जाती है। रिसर्च के अनुसार ये एनर्जी डेंस होते हैं जिसका मतलब होता है कि एक ड्रिंक से डमें जितनी कैलोरी मिलती है उसे एनर्जी डेंस कहते हैं। इन ड्रिंक्स को पीने से ज्यादा कैलोरी शरीर में पहुंच जाती है जो सीधे-सीधे वजन बढ़ाती है। दक्षिणी अफ्रीका की एक यूनिवर्सिटी ने 36 ऐसे लोगों पर स्टडी की जिन्होंने एक सप्ताह में 5 से ज्यादा गैस वाले मीठे ड्रिंक्स लिए हों। प्रोफेसर फाडियेल ने बताया कि गैस वाले मीठे ड्रिंक्स पीने से अधिकतर सभी उम्र के लोगों में यह समस्याएं बढ़ती हैं। उन्होंने बताया कि इन लोगों पर की गई स्टडी से पता चला कि बार-बार इन ड्रिंक्स को लेने से मेटाबॉलिक सिंड्रोम, डायबिटीज और हाइपरटेंशन, स्ट्रोक और दिल की बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है।
कैन वाले ड्रिंक्स पीने से टाइप-2 डायबिटीज का खतरा
न्यूयार्क (ईएमएस)। एक नई रिसर्च में यह बात सामने आई है कि गैस वाले मीठे ड्रिंक्स जैसे कैन वाले ड्रिंक्स पीने से टाइप-2 डायबिटीज का खतरा बढ़ सकता है। यही नहीं इससे ब्लड प्रेशर के बढ़ने की संभावना भी बढ़ जाती है। रिसर्च के अनुसार ये एनर्जी डेंस होते हैं जिसका मतलब होता है कि एक ड्रिंक से डमें जितनी कैलोरी मिलती है उसे एनर्जी डेंस कहते हैं। इन ड्रिंक्स को पीने से ज्यादा कैलोरी शरीर में पहुंच जाती है जो सीधे-सीधे वजन बढ़ाती है।
दक्षिणी अफ्रीका की एक यूनिवर्सिटी ने 36 ऐसे लोगों पर स्टडी की जिन्होंने एक सप्ताह में 5 से ज्यादा गैस वाले मीठे ड्रिंक्स लिए हों। प्रोफेसर फाडियेल ने बताया कि गैस वाले मीठे ड्रिंक्स पीने से अधिकतर सभी उम्र के लोगों में यह समस्याएं बढ़ती हैं। उन्होंने बताया कि इन लोगों पर की गई स्टडी से पता चला कि बार-बार इन ड्रिंक्स को लेने से मेटाबॉलिक सिंड्रोम, डायबिटीज और हाइपरटेंशन, स्ट्रोक और दिल की बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है।