सूरत : 16 साल की लड़की निकली कुंवारी मां, रिक्शे के सहारे आरोपी तक पहुंची पुलिस
एक रिक्शे ने खोला पूरा मामला, डिलीवरी करने वाला डॉक्टर भी हिरासत में है
बाल गृह के बाहर छोड़ी गई एक नवजात बच्ची की आखिरकार मौत
सूरत के कतारगाम में एक बाल गृह के बाहर सोमवार सुबह छोड़ी गई एक नवजात बच्ची की आखिरकार मौत हो गई। गंभीर हालत में लावारिस बच्ची को इलाज के लिए सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां मंगलवार को उसकी मौत हो गई। कतारगाम पुलिस ने जब जांच की तो पता चला कि महाराष्ट्र की 16 साल की किशोरी जो कुंवारी मां बन गई थी उसने बच्ची को लावारिस छोड़ दिया था।
कतारगाम महाजन अनाथ शिशु गृह के बाहर सोमवार सुबह-सुबह किसी महिला ने अपना पाप छुपाने के लिए नवजात बच्ची को छोड़ दिया। सुबह एक राहगीर ने देखा कि एक नवजात लड़की चींटियों के ढेर में कपड़े में लिपटी हुई पड़ी है और चींटी के काटने से रो रही है। राहगीर ने 108 को सूचना दी और बच्ची को तत्काल इलाज के लिए न्यू सिविल अस्पताल ले जाया गया, जहां उसे एनआईसीयू वार्ड में भर्ती कर इलाज शुरू किया गया।
थोड़े समय के इलाज के बाद आखिरकार नवजात की मौत हो गई। घटना की जानकारी मिलने के बाद कतारगाम पुलिस सिविल अस्पताल पहुंची और जांच शुरू की। पुलिस ने अज्ञात महिला के खिलाफ मामला दर्ज कर उसकी तलाश शुरू कर दी । इसके बाद कतारगाम पुलिस सीसीटीवी के फुटेज देखकर रिक्शे के आधार पर आरोपियों तक पहुंची और अब आरोपियों से पूछताछ की।
डीसीपी पिनाकिन परमार ने बताया कि लावारिस बच्ची की इलाज के दौरान मौत के मामले में धारा 304 जारी की गई है। कतारगाम पुलिस ने आरोपियों का पता लगाने के लिए कई सीसीटीवी खंगाले। एक रिक्शा नंबर के आधार पर पुलिस रिक्शा चालक तक पहुंची और वारदात को सुलझाने में सफल रही।
आगे बताया गया कि महाराष्ट्र के दंपत्ति की 16 साल की बेटी है। किशोरी की शादी नहीं हुई थी और वह गर्भवती हो गई थी। इसलिए वह डिलीवरी करने के लिए सूरत आयी। डिलीवरी एक निजी नर्सिंग होम में हुई थी। जहां बच्ची का जन्म हुआ। इसलिए एक रिक्शावाले को बुलाया गया और लड़की को आश्रम के बाहर छोड़ दिया गया। फिलहाल बच्ची के माता-पिता, रिक्शा चालक और बच्ची की डिलीवरी कराने वाले डॉक्टर और नर्स से पूछताछ की जा रही है। पूछताछ के बाद उन्हें गिरफ्तार कर आगे की कार्रवाई की जाएगी।