सूरत : शीश फाउंडेशन द्वारा आयोजित "शीश साइक्लोथॉन 2024" को महापौर दक्षेश मावाणी ने दिखाई हरी झंडी
31 जनवरी से 2 फरवरी, 2024 तक, साइकिल चालक सूरत से सारंगपुर तक 333 किलोमीटर की तीन दिवसीय यात्रा पर निकलें
पर्यावरण के अनुकूल और स्वस्थ भारत के निर्माण, कमजोर आबादी के लिए समावेशन को बढ़ावा, नशीली दवाओं को ना खाना, और भारत का नाम वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज कराना इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य है
पर्यावरण संरक्षण के साथ स्थायी उन्नति, बेहतर स्वास्थ्य, और सामुदायिक विकास को प्रोत्साहन देने के लिए प्रतिबद्ध शीश ग्रूप द्वारा "शीश साइक्लोथॉन 2024" इवेंट का आयोजन किया गया है। बुधवार को महापौर दक्षेश मावाणी ने उमरा स्थित एसएमसी पार्टी प्लॉट पर हरी झंडी दिखाकर सायक्लोथोन को प्रस्थान करवाया। यह एक ऐसा युनिक कार्यक्रम है, जिसमें साइकिल के पहिये केवल प्रतिस्पर्धा के लिए नहीं, किन्तु पर्यावरण जतन के उमदा उद्देश्य के लिए भी घूमते हैं, जो वास्तव में स्वच्छ और सकारात्मक पर्यावरण तथा सामाजिक परिवर्तन के प्रति शीश ग्रूप के समर्पण की भावना दर्शाते हैं।
शीश फाउंडेशन द्वारा शुरू किया गया साइक्लोथॉन इवेंट, हमारे माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी शब्दों से प्रेरित है, जो पर्यावरण के अनुकूल टिकाऊ प्रथाओं, फिटनेस और स्वस्थ जीवनशैली के महत्व पर जोर देते हैं। आने वाले ग्रीन (हरित) और स्वस्थ कल के लिए मोदी के विज़न के अनुरूप, "शीश साइक्लोथॉन 2024" इवेंट बेहतर स्वास्थ्य, स्थिरता और सामुदायिक भावना के वार्षिक उत्सव के अनुरूप है।
अपनी तरह के पहले साइक्लोथॉन के रूप में, हमारा मिशन भारत के लिए एक नया विश्व रिकॉर्ड स्थापित करना है, जहां 333 साइकिल चालक सूरत से सारंगपुर तक 3 दिनों में 333 किलोमीटर तक साइकिल चलाएंगे। "शीश साइक्लोथॉन 2024" तमाम बाधाओं को पार करते हुए साइक्लिंग स्पर्धाओं के लिए एक नया वैश्विक मापदंड स्थापित करने की आकांक्षा रखता है, जो स्थायी दीर्धकालिक और प्रभावशाली खेल प्रयासों के आयोजन और सहभागी होने में भारत की निपुणता और कौशल को प्रदर्शित करता है।
"यू पैडल, वी डोनेट" थीम के साथ, साइक्लोथॉन 2024 का उद्देश्य है संवेदनशीलता और कमजोर आबादी के साथ समावेशन को बढ़ावा देना, साथ ही नशीली दवाओं के प्रति एक सकारात्मक संदेश प्रस्तुत करना। 31 जनवरी से 2 फरवरी, 2024 तक, साइकिल चालक सूरत से सारंगपुर तक 333 किलोमीटर की तीन दिवसीय यात्रा पर निकलेंगे, जो एक दीर्धकालिक, स्थायी और समावेशी उज्जवल भविष्य के प्रति हमारी प्रतिबद्धता का प्रतीक है। इस अद्वितीय साइक्लोथॉन के माध्यम से समुदाय को साथ लेकर, हर किलोमीटर पर सेवा का आदान-प्रदान करने का एक बड़ा और सामाजिक संदेश बना है।
शीश ग्रूप ने बेहतर भविष्य के लिए इस पहल की शुरुआत की है, जिसमें स्वस्थ जीवन को बढ़ावा देने के साथ ही स्थायी जीवनशैली को बढ़ावा देने पर भी ध्यान केंद्रित किया गया है। साइकिल चालकों ने 31 जनवरी, 2024 को एसएमसी पार्टी प्लॉट, उमरा सूरत से अपनी यात्रा शुरू की है और 2 फरवरी, 2024 तक सारंगपुर तक साइकिल चलाएंगे। साथ ही वडोदरा से अतिरिक्त साइकिल चालक भी इस अभियान में शामिल होंगे।
"शीश साइक्लोथॉन 2024" का उद्देश्य संवेदनशील और कमजोर आबादी के लिए समावेशन को बढ़ावा देना है। शीश ग्रूप ने अपने उद्देश्य का समर्थन करने के साथ ही प्रत्येक सहभागी द्वारा साइकिल चलाते हुए प्रत्येक किलोमीटर के लिए ₹10 का योगदान करने की प्रतिज्ञा की है।
यह दान मानव सेवा चैरिटेबल ट्रस्ट और सेवातीर्थ ट्रस्ट को दिया जाएगा। शीश ग्रूप सूरत सिटी पुलिस और सूरत नगर निगम द्वारा समर्थित नशा मुक्त भविष्य और स्वस्थ समाज के निर्माण के लिए अभियान चला रहा है।
इस उमदा आयोजन के प्रति अपना उत्साह व्यक्त करते हुए शीश ग्रूप के संस्थापक सतीश मणिया, सुनील शाह और रमेश काकड़िया ने कहा है कि, "शीश साइक्लोथॉन सिर्फ एक साइक्लिंग कार्यक्रम नहीं है, यह बेहतर भविष्य की दिशा में एक आंदोलन है। स्थिरता, स्वास्थ्य और समावेशिता के प्रति हमारी प्रतिबद्धता हमारे प्रधानमंत्री के विज़न के अनुरूप है और इस आयोजन के माध्यम से हमारा लक्ष्य इन उद्देश्यों में सार्थक योगदान देने के साथ ही भारत का नाम वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज कराना हैं।"
"शीश साइक्लोथॉन 2024" इवेंट, सकारात्मक बदलाव को बढ़ावा देने के लिए शीश की अटूट प्रतिबद्धता का प्रमाण है। इस युनिक आयोजन के साथ जैसे ही पहिए गति पकड़ते हैं, हम न केवल शारीरिक सहनशक्ति की बल्कि एक हरित और स्वस्थ कल की ओर सामूहिक जिम्मेदारी की भी यात्रा शुरू करते हैं। शीश ग्रूप के संस्थापक इसमें शामिल सभी लोगों के प्रति हार्दिक आभार व्यक्त करते हैं। समुदाय और मीडिया के समर्थन से हम ऐसे भविष्य की ओर बढ़ने के लिए तैयार हैं, जहां स्वास्थ्य, स्थिरता और समावेशिता खिलने के साथ इस अपार प्रोत्साहन मिलेगा।
आइए, सहयोग के साथ हम... स्वस्थ और पर्यावरण-अनुकूल आने वाले कल के लिए हम एकसाथ मिलकर चलें!!!"