सूरत : चैंबर की महिला विंग द्वारा 'राष्ट्रीय महिला कॉन्क्लेव - 2024' का आयोजन किया
समाज में लैंगिक असमानता को दूर करने की, महिलाओं को शिक्षित करने और सशक्त बनाने की जरूरत हैं: बॉलीवुड अभिनेत्री अपरा मेहता
शारीरिक स्वास्थ्य के लिए रोजाना कम से कम 40 मिनट की सैर जरूरी: अभिनेत्री और स्वास्थ्य प्रशिक्षक सपना व्यास
दक्षिण गुजरात चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री की लेडीज विंग द्वारा शुक्रवार को प्लैटिनम हॉल, सरसाना, सूरत में 'उज्ज्वल भविष्य के लिए महिला सशक्तिकरण' विषय पर राष्ट्रीय महिला कॉन्क्लेव-2024 का आयोजन किया गया। मुख्य वक्ता के रूप में भारतीय टेलीविजन और बॉलीवुड अभिनेत्री अपरा मेहता ने सूरत की महिला उद्यमियों को महत्वपूर्ण मार्गदर्शन दिया। इसके अलावा वक्ता के तौर पर अभिनेत्री और स्वास्थ्य प्रशिक्षक सपना व्यास, पहली ट्रांसजेंडर बिजनेस वुमन राजवी जान और सामाजिक कार्यकर्ता स्मिता देसाई ने महिला सशक्तिकरण पर अपने-अपने भाषण प्रस्तुत किये।
चेंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष रमेश वघासिया ने स्वागत भाषण में कहा कि भारत की कुल आबादी में महिलाएं 48 प्रतिशत हैं, जबकि वैश्विक स्तर पर महिला कार्यबल भागीदारी अनुपात 47 प्रतिशत है। भारत में महिला कार्यबल अनुपात उससे नीचे है और महिलाओं को सार्थक रोजगार उपलब्ध कराने में लगातार सुधार हो रहा है। वर्ष 2017-18 में यह अनुपात 3.3 फीसदी था, जो अब बढ़कर 3.8 फीसदी हो गया है। भारत में दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा स्टार्ट-अप इकोसिस्टम है और भारत में स्थापित कुल स्टार्ट-अप में से लगभग 18 प्रतिशत की स्थापना महिलाओं द्वारा की गई है। आज हमें संकल्प लेना चाहिए कि इस मंच के माध्यम से हम सभी अधिक से अधिक महिला नेतृत्व वाले उद्योगों के निर्माण में योगदान दें और इस दशक के अंत तक इसे 45 प्रतिशत के वैश्विक औसत पर लाएँ।
भारतीय टेलीविजन और बॉलीवुड अभिनेत्री अपरा मेहता ने कहा कि देश के कई हिस्सों में महिला सशक्तिकरण की आवश्यकता अभी भी है। ऐसे कई राज्य हैं जहां महिलाएं आज भी पिछड़ी मानसिकता से पीड़ित हैं। समाज में स्त्री-पुरूष, नर-नारी के बीच असमानता को दूर करने की जरूरत है। महिलाओं को शिक्षित होने के साथ-साथ सशक्त होने की भी जरूरत है। वर्तमान में महिलाएं हर क्षेत्र में अग्रणी हैं। उन्होंने अपने जीवन की घटनाओं को याद करते हुए गुजरात को महिलाओं के लिए एक सुरक्षित राज्य बताया। उन्होंने गुजराती महिलाओं के जीवन के बारे में भी विस्तार से जानकारी दी और महिला उद्यमियों को प्रोत्साहित किया।
एक्टर और हेल्थ कोच सपना व्यास ने हेल्थ टिप्स देते हुए कहा कि लंबी एक्सपायरी डेट वाला खाना शरीर के लिए हानिकारक होता है, इसलिए हो सके तो घर पर बना खाना ही खाना चाहिए। प्रतिदिन कम से कम 40 मिनट अवश्य टहलें। यदि आहार में ली जाने वाली हर चीज का सेवन सीमा के अंदर किया जाए तो स्वास्थ्य संबंधी कोई भी समस्या नहीं आती है। उन्होंने युवाओं को शराब और नशे से दूर रहने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि जीवन में जो भी लक्ष्य हो, उसके लिए मानसिक तैयारी जरूरी है। उन्होंने आगे कहा कि शारीरिक स्वास्थ्य के साथ-साथ मानसिक स्वास्थ्य को बनाए रखना भी जरूरी है। मानसिक स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए समाज में जागरूकता पैदा करने की जरूरत है।
गुजरात की पहली ट्रांसजेंडर बिजनेसवुमन राजवी जान ने अपने जीवन के संघर्षों को याद करते हुए कहा कि जीवन में शिक्षा बहुत जरूरी है। शिक्षा के माध्यम से आप नये आयाम हासिल कर सकते हैं। जीवन में हर किसी की मदद करने की भावना और उसके लिए किए गए प्रयासों का फल ईश्वर द्वारा दिया जाएगा। ट्रांसजेंडर को सम्मान और सारे अधिकार तभी मिलेंगे जब समाज ट्रांसजेंडर को अपना अलग हिस्सा नहीं समझेगा। उन्होंने LGBTQ समुदाय के बारे में जानकारी दी। उन्होंने आगे कहा कि जीवन को छोटा करने की कोशिश में जीवन की हर परिस्थिति का सामना करना चाहिए। जीवन में कुछ भी असंभव नहीं है।
सामाजिक कार्यकर्ता व सेवानिवृत्त शिक्षिका स्मिता देसाई ने रामायण में सीता व उर्मिला के त्याग व समर्पण का उदाहरण देकर नारी शक्ति का परिचय दिया। उन्होंने कहा कि समाज में अमीर-गरीब के बीच असमानता और बेटी से ज्यादा बेटे को पढ़ाने की मानसिकता को दूर करने की जरूरत है। व्यक्ति अपने कार्यों से समाज के लिए प्रेरणास्रोत होता है।
कार्यक्रम में चैंबर ऑफ कॉमर्स के उपाध्यक्ष विजय मेवावाला, तत्कालीन पूर्व अध्यक्ष हिमांशु बोडावाला, मानद मंत्री निखिल मद्रासी और महिला उद्यमी मौजूद थीं। चेंबर ऑफ कॉमर्स की लेडीज विंग की सलाहकार रोमा पटेल और सचिव प्लवनमी दवे ने पूरे कार्यक्रम का संचालन किया। लेडीज विंग चेयरपर्सन मनीषा बोडावाला ने कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत की। वहीं वाइस चेयरपर्सन गीता वघासिया ने कार्यक्रम में मौजूद सभी को धन्यवाद दिया।
चैंबर ऑफ कॉमर्स के ग्रुप चेयरपर्सन डॉ. बंदना भट्टाचार्य और महिला विंग की सदस्य मयूरी मेवावाला, कृतिका शाह और नम्रता देसाई ने वक्ताओं का परिचय दिया। चारों वक्ताओं ने महिला उद्यमियों के विभिन्न प्रश्नों का संतोषजनक उत्तर दिया और फिर कार्यक्रम का समापन हुआ।