सूरत : सरथाना नेचर पार्क में पहली बार एक एशियाई भेड़िये ने दो शावकों को जन्म दिया

जुलाई माह में जयपुर चिड़ियाघर को जल बिल्लियों का जोडा देकर बदले में भेड़ियों का एक जोड़ा लाया गया था

सूरत : सरथाना नेचर पार्क में पहली बार एक एशियाई भेड़िये ने दो शावकों को जन्म दिया

सूरत शहर के सरथाणा क्षेत्र में वर्ष 2003 में शुरू हुए नेचर पार्क में एक भेड़िये ने दो स्वस्थ शावकों को जन्म दिया। सरथाणा स्थित सरथाणा नेचर पार्क में पहली बार एशियाई भेड़िये का सफल प्रजनन हुआ है। 2003 में शुरू हुए सरथाना नेचर पार्क में पहली बार एशियाई भेड़िया शावकों का जन्म हुआ है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार एनिमल रेगुलेशन प्रोग्राम के तहत गत जुलाई माह में जयपुर चिड़ियाघर से भेड़ियों का एक जोड़ा लाया गया था। भेड़ियों के इस जोड़े के बदले में सूरत नेचर पार्क द्वारा जयपुर चिड़ियाघर को जल बिल्लियों का एक जोड़ा दिया गया था।

जयपुर से आयातित भेड़ियों के एक जोड़े को अक्टूबर से जनवरी तक प्रजनन के मौसम के दौरान उनके पिंजरे में पूरी गोपनीयता दी गई थी। मादा भेड़िया का गर्भकाल लगभग 60 से 72 दिन का होता है। जिसमें मादा भेड़िया के गर्भवती होने का पता चलते ही उसे नए पिंजरे में शिफ्ट कर दिया गया।

भेड़िये के नए पिंजरे में एक कुत्रिम बिल भी बनाई गई थी। पिछले 4 जनवरी को इसी बिल में एक मादा भेड़िया ने दो स्वस्थ शावकों को जन्म दिया था। अब पता चला कि इन चूजों की आंखें खुल गई हैं।

नेचर पार्क की हिनाबेन ने कहा कि जब मादा भेड़िया अपने बच्चों के साथ बिल से बाहर आएगी तो लोग उसे देख पाएंगे। फिलहाल इस पिंजरे के पास किसी को जाने की इजाजत नहीं है। क्योंकि, अगर मादा हिंसक हो जाए तो वह शावकों को भी नुकसान पहुंचा सकती है।

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