सूरत : म्युनिसिपल कैंटीन अब बनी 'मिलेट्स कैफे': स्वयं सहायता समूह की बहनों को रोजगार देने का प्रयास

सूरत नगर पालिका के आयुक्त और पदाधिकारियों ने सखी मंडल द्वारा शुरू किए गए मिलेट कैफे का दौरा किया

सूरत : म्युनिसिपल कैंटीन अब बनी 'मिलेट्स कैफे': स्वयं सहायता समूह की बहनों को रोजगार देने का प्रयास

सूरत नगर निगम की महिला सशक्तिकरण गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए सूरत नगर निगम मुख्यालय में एक स्वयं सहायता समूह कैंटीन "मिलेट्स कैफे" आवंटित किया गया है।

पहले सूरत नगर निगम की कैंटीन में चाय-कॉफी और नाश्ता मिलता था, लेकिन नगर निगम ने स्वयं सहायता समूहों की बहनों को रोजगार देने का प्रयास किया है। इसलिए सूरत नगर निगम की कैंटीन ने अब बाजरे से बने व्यंजन परोसना शुरू कर दिया है। सखी मंडल द्वारा शुरू किये गये बाजरा कैफे का नगर निगम आयुक्त-अधिकारियों ने दौरा किया और नगर निगम कर्मचारियों से बाजरा कैंटीन का उपयोग करने की अपील की।

सूरत नगर निगम द्वारा DAY-NULM योजना के तहत शहरी गरीब परिवारों की महिलाओं को संगठित करके स्वयं सहायता समूहों का गठन किया जाता है। इन समूहों की बहनों को रोजगार एवं स्वरोजगार उपलब्ध कराने के उद्देश्य से सूरत नगर निगम द्वारा उपलब्ध अवसरों का उपयोग करते हुए विभिन्न कार्यक्रम संचालित किये जा रहे हैं। जिसके तहत स्वयं सहायता समूह की कैंटीन "मिलेट्स कैफे" आवंटित की गई है।

सूरत नगर निगम का मुख्य कार्यालय, जो सूरत नगर निगम की महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा दे रहा है। इस कैंटीन में नगर निगम कमिश्नर, मेयर, स्थायी अध्यक्ष और पार्षद समेत पदाधिकारियों ने मिलेट्स कैफे का दौरा किया। सखी मंडल द्वारा कैंटीन में रागि की कचौरी, रागि का थेपला, रागि का शिरा, रागि की इडली आदि विभिन्न व्यंजन परोसे जा रहे हैं। सूरत नगर निगम के विभिन्न कार्यालयों में नाश्ते में बाजरे के व्यंजनों का उपयोग बढ़ाने के लिए कर्मचारियों से भी कैफे का उपयोग करने की अपील की गई।

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