तापमान गिरने से टमाटर की फसल में लगा झुलसा रोग
किसान टमाटर की फसल के बचाव के लिए कृषि वैज्ञानिक से सलाह लेने में जुटे हुए हैं
हमीरपुर, 07 जनवरी (हि.सं.)। कुरारा विकासखंड क्षेत्र के सरसई गांव में बदलते मौसम के चलते तापमान गिरने से टमाटर की फसल में झुलसा रोग लगने से वे नष्ट होने के कगार पर पहुंच गई हैं। रविवार को किसान टमाटर की फसल के बचाव के लिए कृषि वैज्ञानिक से सलाह लेने में जुटे हुए हैं।
विकासखंड क्षेत्र में बीते 10 दिनों से पड़ रही कड़ाके की सर्दी व धूप न निकलने से तापमान में गिरावट आने से किसानों की फसलें खराब हो रही हैं। सरसई गांव में टमाटर की खेती करने वाले किसान अरविंद कुमार, अशोक कुमार, संतराम कुशवाहा, श्रीकांत आदि ने रविवार को बताया कि गांव में कुछ किसान सब्जी की खेती करते हैं, जिसमें करीब 50 बीघा में टमाटर की फसल लगाई गई थी। तापमान के गिरने से टमाटर की फसल में झुलसा रोग लग गया है,जिससे पेड़ की पत्तियां सूख गई हैं तथा टमाटर की फसल नष्ट होने के कगार पर पहुंच गई है। किसान अपनी लागत को लेकर परेशान हैं।
रिठारी गांव के टमाटर की खेती करने वाले राज सिंह, विजय, भोला कुशवाहा, राम अवतार, फूल सिंह आदि ने बताया कि बीते दस दिनों से धूप न निकलने से टमाटर के पौधे सूखने लगे हैं। जिसकी पत्ती झड़कर जमीन पर गिर रही है। वहीं फूल गायब हो जाने से फल नहीं लगेगा, जिससे किसानों की लागत व मेहनत निकालना मुश्किल हो पाएगा।
जब इस बाबत स्थानीय कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक डॉ.प्रशांत कुमार से बात की तो उन्होंने बताया कि तापमान में गिरावट आने से टमाटर के पौधे में फूल गिरने से फल नहीं आएगा और पत्ती जलकर नष्ट हो जाएगी। इसके बचाव के लिए किसानों को अपने खेत के आसपास धुआं जलाना चाहिए। साथ ही कॉपर ऑक्सिक्लोराइड का स्प्रे से छिड़काव करें। इसके बाद एनसी 18-18 आठ ग्राम प्रति लीटर पानी में घोल बनाकर छिड़काव करें, जिससे टमाटर के पौधे जीवित हो सकें।