सूरत : अंतरराष्ट्रीय मानव तस्करी रैकेट का भंडाफोड़, नौ बांग्लादेशी पकड़े गए
देह व्यापार के लिए लाई गई दो महिलाओं सहित 9 बांग्लादेशियों को गिरफ्तार किया
सूरत पुलिस ने अंतरराष्ट्रीय मानव तस्करी घोटाले का पर्दाफाश किया है। सूरत में अवैध रूप से रह रहे 9 बांग्लादेशियों को गिरफ्तार किया उनसे फर्जी दस्तावेजी साक्ष्य भी मिले हैं। नौ आरोपियों में दो महिलाएं भी शामिल थीं, जिन्हें वेश्यावृत्ति के लिए बांग्लादेश से सूरत लाया गया था।
पुलिस ने मानव स्रोतों एवं तकनीकी निगरानी की सहायता से अवैध बांग्लादेशियों की तलाश की गई। इसी बीच पुलिस को पक्की जानकारी मिली कि सूरत में कुछ बांग्लादेशी अवैध रूप से रह रहे हैं। उन्होंने फर्जी आधार प्रमाण भी बनाए हैं कि वे भारतीय नागरिक हैं। जिसके आधार पर विभिन्न पुलिस टीमों ने छापेमारी की और एक साथ नौ बांग्लादेशी आरोपियों को पकड़ लिया। पुलिस टीम ने सूरत में अवैध रूप से रहकर बांग्लादेशियों की घुसपैठ कराने में एजेंट की भूमिका निभाने समेत देह व्यापार के लिए लाई गई दो महिलाओं सहित 9 बांग्लादेशियों को गिरफ्तार किया है।
पुलिस ने 9 मोबाइल फोन, भारतीय आधार कार्ड की 11 प्रतियां, भारतीय पैन कार्ड की 8 प्रतियां, बांग्लादेश के राष्ट्रीय आईडी कार्ड की 8 लेमिनेशन प्रतियां, भारतीय चुनाव कार्ड की 1 लेमिनेशन कॉपी, भारतीय ड्राइविंग लाइसेंस की 1 लेमिनेशन कॉपी, 3 आरसी बरामद कीं। 5 अलग-अलग बैंकों के डेबिट कार्ड, 1 स्पाइसजेट फ्लाइट का बोर्डिंग पास, पासपोर्ट आवेदन पत्र, बांग्लादेश के 5 जन्म प्रमाण पत्र और फर्जी दस्तावेजों के आधार पर खरीदे गए वाहन जब्त किए गए हैं।
सूरत के पुलिस आयुक्त अजय कुमार तोमर ने बताया कि कडोदरा इलाके में रहने वाला एजेंट आकाश संजयभाई मानकर की मदद से फर्जी भारतीय नागरिक होने के दस्तावेजी सबूत तैयार कर रहा था। पुलिस ने उसे भी गिरफ्तार कर लिया। जिसमें आरोपियों ने फोटोशॉप का इस्तेमाल कर फर्जी पैन कार्ड, इलेक्शन कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस आदि दस्तावेज तैयार कर लिए। जिसके आधार पर इन सभी को भारत के नागरिक के रूप में आधार कार्ड बनाये गये। आरोपियों से पूछताछ में पता चला है कि मुख्य आरोपी मोहम्मद हारूनूर शीद अवैध रूप से बांग्लादेश से महिलाओं को सूरत ला रहा था। ये महिलाएं सूरत में स्पा की आड़ में जिस्म बेचने का धंधा चलाती थीं।
पुलिस कमिश्नर ने आगे कहा कि महिला को लाने के लिए आरोपी बांग्लादेश के सतखिटामारा और जोशेरे जिलों में बांग्लादेश की प्रतिबंधित सीमा के माध्यम से पश्चिम बंगाल राज्य के बंगोन से अवैध रूप से भारत में प्रवेश करते थे। गिरफ्तार बांग्लादेशी आरोपियों में से मास्टरमाइंड आरोपी मोहम्मद हारूनुरर्शीद ने भारतीय साक्ष्यों के आधार पर फर्जी दस्तावेजों से बैंक खाता खुलवाया था, जिस पर लोन लेकर आरोपी ने एक कार और दो बाइक भी खरीदी है।