सूरत : बीआरटीएस दुर्घटना पीड़ितों के परिवार ने शिक्षा, मुआवजा और नौकरी की मांग की

बस ने 3 बच्चों के परिवार में एकलौते कमानेवाले पिता का छाया छिन लिया 

सूरत : बीआरटीएस दुर्घटना पीड़ितों के परिवार ने शिक्षा, मुआवजा और नौकरी की मांग की

सूरत में कतारगाम जीआईडीसी के पास एक तेज रफ्तार बीआरटीएस बस ने कल 4 बाइक और 2 रिक्शा को टक्कर मार दी। इस हादसे में 9 लोग घायल हो गए, उनमें से एक की मौत हो गई। 47 वर्षीय व्यक्ति की मौत से परिवार ने अपना एकमात्र कमाने वाला खो दिया है। मृतक के 3 बच्चे हैं, इसलिए मृतक के परिवार ने नगर निगम और सरकार से बच्चों की शिक्षा, मुआवजा और रोजगार की मांग की है। वहीं उन्होंने पुलिस से न्याय की मांग की है।

सूरत के कतारगाम इलाके में जीआईडीसी के प्रमुख स्वामी ब्रिज पर दो बीआरटीएस बसों के बीच टक्कर हो गई। जिसमें एक बीआरटीएस के पीछे दूसरी बीआरटीएस बस घुस गई। 2 इलेक्ट्रिक बीआरटीएस बसों की टक्कर से हादसा हो गया। हादसे में दोनों बसों के बीच 4 बाइकें कुचल गईं, एक टेम्पो और एक रिक्शा भी चपेट में आ गया। जिसमें दोनों बसों के बीच में बैठे लोग कुचल गए। इसलिए घायलों को किरण और स्मीमेर अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां भीखाभाई सोनवणे की मौत हो गई।

मूल रूप से महाराष्ट्र के रहने वाले 47 वर्षीय भीखाभाई सोनवणे अपने परिवार के साथ सूरत में रहते थे। परिवार में पत्नी, 2 बेटे और 1 बेटी है। भीखाभाई एक हीरा कंपनी में चपरासी के रूप में काम करके परिवार का भरण-पोषण किया करते थे। पूरा परिवार भीखाभाई की कमाई पर चल रहा था। कल शाम को काम से घर जाते समय बीआरटीएस बस एक दुःस्वप्न बन गई। भीखाभाई की मृत्यु के बाद, परिवार ने अपना एक कमाने वाला मुखिया खो दिया है। जबकि 3 बच्चों के सिर से पिता का साया उठ गया है। हालांकि, दुर्घटना को अंजाम देने वाले बीआरटीएस बस के ड्राइवर के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया गया है।

परिवार की क्या मांगें हैं?

परिवार की मांग थी कि भीखाभाई घर में कमाने वाले एक मात्र वित्तीय सहारा थे। भीखाभाई के परिवार को शिक्षा मिलनी चाहिए। साथ ही उनके परिवार में किसी को नौकरी मिलनी चाहिए। इसलिए समुदाय के नेताओं ने मुआवजे और नौकरी की भी मांग की है। आरोपी बीआरटीएस चालक के खिलाफ सख्त कार्रवाई की भी मांग की गई है।

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