सूरत : विरोध प्रदर्शन कर रहे कांग्रेस कार्यकर्ताओं को पुलिस ने हिरासत में लिया
लोकसभा में सांसदों को एक साथ निलंबित करने के मुद्दे पर राजनीति गरमाई
लोकसभा में सवाल पुछनेवाले सांसदों को निलंबित करने के मुद्दे पर कांग्रेस द्वारा समग्र देश में विरोध प्रदर्शन शुरू किया है। जिसके तहत सूरत शहर कांग्रेस द्वारा रिंगरोड बाबा साहेब आंबेडकर प्रतिमा पर विरोध प्रदर्शन किया जा रहा था तभी सलाबतपुरा पुलिस ने कांग्रेस कार्यकर्ता और नेताओं को विरोध प्रदर्शन करने से रोकते हुए उन्हे हिरासत में ले लिया।
सूरत शहर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरीश सूर्यवंशी ने जानकारी देते हुए कहा कि भाजपा राज में संसद भी असुरक्षित है, भाजपा की तानाशाही मानसिकता लोकतंत्र के लिए खतरा है। देश के मुख्य मुद्दे महंगाई, बेरोजगारी, बढ़ती असमानता, महिला सुरक्षा सहित कई मोर्चों पर भाजपा विफल रही है। लोकतंत्र के मंदिर संसद भवन में सवाल पूछने वाले सांसदों को जवाब देने की बजाय उन्हें निलंबित कर जवाब देने से बचा जा रहा है।
लोकतंत्र पर शर्मनाक हमले में, केंद्र की भाजपा सरकार ने आश्चर्यजनक रूप से संसद के दोनों सदनों से 142 सांसदों को निलंबित कर दिया है। लोकतांत्रिक सिद्धांतों की हत्या समान इस कृत्य ने हमारी संसद को एक मृत अवस्था में बदल दिया है। दिल्ली में बुलाई गई इंडिया अलायंस पार्टियों की बैठक में संगठित एकता के साथ जवाब देने और पुरजोर विरोध करने का दृढ़ निर्णय लिया गया है।
सूरत शहर जिला कांग्रेस कमेटी द्वारा आज 22-12-2023 को दोपहर 12 बजे सूरत के रिंग रोड स्थित डॉ. बाबा साहेब अंबेडकर की प्रतिमा पर विरोध प्रदर्शन कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमें कांग्रेस नेताओं को सलाबतपुरा थाना पुलिस ने हिरासत में लिया था। इस अवसर पर सूरत शहर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरीश सूर्यवंशी, शंभूभाई प्रजापति, सुनाल शेख, रायशा शेख, मनोज पाढ़ी, गोविंद तलसानिया और अन्य कार्यकर्ता उपस्थित थे।