मोदीमय भारत के मायने
महेश वर्मा
किसी भी सरकार के काम का फायदा तभी है, जब वह आबादी के अंतिम व्यक्ति तक प्रत्यक्ष और परोक्ष रूप से पहुंचे। यह फायदा अनेक क्षेत्रों से जुड़ा है, जैसे शिक्षा, स्वास्थ्य, इंफ्रास्ट्रक्चर, विकास आदि। नरेन्द्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद सरकार ने विभिन्न क्षेत्रों में पहल करते हुए सुधार किए। इससे विभिन्न वर्गों को फायदा हो रहा है। मोदी सरकार ने अपने कार्यकाल में समृद्धि की विभिन्न योजनाओं को प्राथमिकता दी, जिससे शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों का विकास हो सके।
मोदी सरकार ने 'स्वच्छ भारत अभियान' के अंतर्गत स्वच्छता के प्रति जागरुकता बढ़ाने के लिए भगीरथ प्रयास किए। स्वच्छ जीवनशैली के लिए कई योजनाएं शुरू कीं। आज इनका प्रभाव दिख रहा है। इन योजनाओं ने स्वच्छता से जुड़े कई नवाचारों को प्रोत्साहित किया है जो धीरे-धीरे जन-जन के जीवन का हिस्सा बन रहे हैं। 'मेक इन इंडिया' अभियान के माध्यम से मोदी सरकार ने भारतीय उद्यमियों को प्रोत्साहित किया। इस योजना के माध्यम से रोजगार में वृद्धि हो रही है। स्वरोजगार को प्रोत्साहन मिल रहा है और आर्थिक समृद्धि हो रही है।
'आयुष्मान भारत' योजना के तहत सस्ती चिकित्सा सुविधाएं प्रदान करने का प्रयास करके सरकार ने आम और गरीब लोगों तक भी बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने का प्रयास किया है। इस योजना का लाभ दूरदराज के ग्रामीण इलाकों तक पहुंच रहा है। गरीब और कमजोर वर्ग को मुफ्त चिकित्सा सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं।प्रधानमंत्री आवास योजना (पीएमएवाई) के तहत, सरकार ने लोगों को सस्ते मकान प्रदान करने का लक्ष्य रखा है। गरीबी रेखा के नीचे के परिवारों को आवास के लिए सब्सिडी और वित्तीय सहायता प्रदान की जा रही है।
मोदी सरकार की 'जन धन योजना'(पीएमजेडीवाई)के माध्यम से आम लोगों तक बैंक सेवाओं का अधिक से अधिक लाभ पहुंचाने का प्रयास किया गया है। इससे न सिर्फ लोगों को सरकारी योजनाओं का त्वरित लाभ पहुंच रहा है, बल्कि भ्रष्टाचार पर भी लगाम कसी है। प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के माध्यम से सरकार ने गरीब गृहिणियों को मुफ्त गैस सिलेंडर प्रदान करके भोजन बनाने का सुरक्षित और स्वास्थ्यप्रद विकल्प प्रदान किया हैं। उज्ज्वला योजना का ही परिणाम है कि नीरधुर स्टोव जैसे नवाचार हो सके, जो न सिर्फ ग्रामीण गृहिणियों के लिए आरामदेह हैं, बल्कि पर्यावरण के भी अनुकूल हैं।
मनरेगा (महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम ) योजना में कामगारों को रोजगार प्रदान करने के लिए केंद्र सरकार सभी राज्यों को धन आवंटित करती है और कामगारों को हर महीने निश्चित संख्या में रोजगार की गारंटी प्रदान करती है। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (पीएमएफबीवाई) किसानों को अपनी उपज की रक्षा के लिए सुरक्षित बीमा योजना प्रदान करती है। myfarminfo.com जैसी पहल न सिर्फ किसानों को समय-समय पर उचित सलाह देती है, बल्कि आपदा की स्थिति में फसल के नुकसान का सही आकलन भी करती है, ताकि किसानों को वाजिब मुआवजा मिल सके।
मोदी सरकार ने भारतीय रेलवे को मॉडर्नाइज करने के लिए कई तरह की पहल की हैं। रेलवे इंफ्रास्ट्रक्चर को लगातार मजबूत किया जा रहा है। परिणामस्वरूप देश के अलग-अलग हिस्सों में तेज रफ्तार वंदे भारत ट्रेनों की शृंखला देखने को मिल रही है और भारत में बुलेट ट्रेन की परिकल्पना साकार होने की दिशा में बढ़ रही है।
मोदी सरकार ने अपने कार्यकाल में कई महत्वपूर्ण और संविधानिक फैसले भी किए हैं। इनका भारतीय राजनीति पर गहरा प्रभाव पड़ा है। मसलन-
राम जन्मभूमि: मोदी सरकार ने राम जन्मभूमि मुद्दे में समाधान के लिए कई महत्वपूर्ण और ऐतिहासिक कदम उठाए। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद, भगवान श्रीराम की पूजा के लिए अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण शुरू हुआ। यह एक महत्वपूर्ण राष्ट्रीय मुद्दा था जिसने राष्ट्रीय एकता और सामाजिक समरसता को बढ़ावा दिया। 22 जनवरी, 2024 को श्रीराम लला मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के साथ राम जन्मभूमि से जुड़ा सदियों पुराना सपना साकार हो जाएगा।
अनुच्छेद 370: मोदी सरकार ने जम्मू-कश्मीर में लागू अनुच्छेद 370 को समाप्त करके, जम्मू-कश्मीर और लद्दाख को भारतीय संघ का संपूर्ण हिस्सा बना दिया। इससे भारत की एकता और संविधानिक समानता की भावना को मजबूती मिली। पहले 370 के तहत कुछेक चुनिंदा परिवारों को ही लाभ मिलता था। इसके हटने के बाद जम्मू-कश्मीर की पूरी जनता को उनके लिए सुनिश्चित सुविधाओं का अहसास हो रहा है।
महिला का सम्मान बिल:मोदी सरकार ने महिला का सम्मान बिल को पारित किया, जिसमें महिलाओं को समृद्धि, सुरक्षा, और अधिकारों की सुरक्षा के लिए कई प्रावधान हैं। इस बिल का उद्देश्य महिलाओं को समाज में अधिक समर्थन, सुरक्षा और प्रतिनिधित्व प्रदान करना है।
तीन तलाक की जिल्लत: मोदी सरकार ने मुस्लिम महिलाओं के लिए तीन तलाक की प्रथा को बंद करने के लिए 'तीन तलाक' को जिल्लत घोषित किया। इससे मुस्लिम महिलाएं अब तलाक के प्रति अधिकारी बन गई हैं और उन्हें सामाजिक सुरक्षा मिली है।
इन निर्णयों ने भारतीय राजनीति को सुशासन, सामाजिक समरसता, और सामंजस्य की दिशा में मजबूत किया है। इन निर्णयों को अधिकांश भारतीय समाज का समर्थन मिला है और इन्होंने राष्ट्रीय एकता और सामाजिक समृद्धि की दिशा में सकारात्मक परिणाम प्रदान किए हैं।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का कुशल नेतृत्व वैश्विक परिदृश्य पर भी दिख रहा है। आज उनकी पहचान दुनिया के सबसे सम्मानित राजनेताओं में एक है। विशेष कर उन्होंने कोरोनाकाल में भारत को अपारजनशक्ति के स्तर पर उठाने का अद्वितीय प्रयास किया, जिसके बाद उन्हें युग प्रवर्तक की भूमिका में देखा जाने लगा।
अभूतपूर्व कदम: मोदी सरकार ने कोरोना महामारी के प्रसार को रोकने के लिए तत्परता से कार्रवाई की। उन्होंने राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन, सामाजिक दूरी, वैक्सीनेशन अभियान और टेस्टिंग के माध्यम से नागरिकों को सुरक्षित रखने के लिए कई त्वरित कदम उठाए। प्रधानमंत्री के नेतृत्व ने संकटकाल में सकारात्मक रूप से प्रतिक्रियाशील वसुधैव कुटुम्बकम् का दृष्टिकोण अपनाया गया और पूरी दुनिया को सहयोग प्रदान किया।
आत्मनिर्भर भारत: मोदी सरकार ने 'आत्मनिर्भर भारत' अभियान की शुरुआत की, जिसका उद्देश्य देश को आत्मनिर्भर बनाना और आर्थिक संवृद्धि करना था। इसके माध्यम से लोगों को रोजगार और आजीविका के नए स्रोत उपलब्ध कराने के प्रयास किए गए हैं।
विश्वस्तरीय सहयोग: मोदी सरकार ने विश्वस्तरीय सहयोग में भी मजबूती से आगे कदम बढ़ाया है। जलवायु प्रदूषण, खाद्य सुरक्षा जैसे वैश्विक समस्याओं के समाधान में सक्रियता से भाग लेते हुए भारत ने एक सशक्त और सहयोगी राष्ट्र की भूमिका अदा की है।
महिलाओं का सम्मान: मोदी सरकार ने देश की आधी आबादी को उनके अस्तित्व का सम्मानजनक अहसास कराया है। महिलाओं के सम्मान और सुरक्षा के लिए 'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ' और 'स्वच्छ भारत अभियान' जैसी कई महत्वपूर्ण योजनाएं शुरू की हैं।
ताकत और संघर्ष की भावना: मोदी सरकार ने देश की अपारजनशक्ति को एक सशक्त और सामरिक शक्ति में तब्दील करने के लिए लोगों में ताकत और संघर्ष की भावना को प्रबल किया है। आम लोगों में आत्मनिर्भरता की भावना पहले से कहीं अधिक उद्वेलित हुई है।
सामाजिक कल्याण की योजनाएं: मोदी सरकार ने गरीबी रेखा के नीचे रहने वालों, असमानता से प्रभावित वर्गों के लिए सामाजिक कल्याण योजनाएं शुरू की हैं, जो उन्हें समृद्धि की दिशा में ले जाने में मदद कर रहे हैं।
मोदी सरकार ने अपने कार्यकाल के दौरान भारत की आर्थिक प्रगति को मजबूत किया और कई मानकों में सुधार किया। इनसे देश की आमदनी में वृद्धि हुई और विभिन्न आर्थिक मानकों पर बेहतरीन प्रदर्शन हुआ।
आर्थिक वृद्धि: मोदी सरकार ने विभिन्न आर्थिक सुधार शुरू किए, जो देश की आर्थिक वृद्धि में सहायक हैं। 'जन धन योजना', 'गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स (जीएसडी)', 'डिजिटल इंडिया', और 'मेक इन इंडिया' जैसी योजनाएं देश के आर्थिक सेक्टर को सुधारने में मदद कर रही हैं।
आमदनी दोगुनी करना: मोदी सरकार ने ग्रामीण और शहरी जनता की आमदनी दोगुनी करने के लिए कई योजनाएं शुरू कीं। 'मुद्रा योजना', 'उज्जीवन भारत', 'प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना' जैसी योजनाएं लोगों को आर्थिक से समृद्ध करने में सकारात्मक परिणाम दे रही हैं।
उच्चतम स्तर पर सेंसेक्स: मोदी सरकार के कार्यकाल में भारतीय स्टॉक मार्केट ने सेंसेक्स के उच्चतम स्तरों तक पहुंचने का रिकॉर्ड बनाया है। यह विश्व बाजारों के साथ भारतीय बाजार के सधे हुए कदमताल का परिणाम है कि विदेशी निवेशकों के बीच भारतीय बाजारों के प्रति अभूतपूर्व विश्वास स्थापित हुआ है।
मुद्रा स्वरूप: मोदी सरकार ने आर्थिक विकास के विभिन्न क्षेत्रों में नई पहल की है, जिससे मुद्रा स्वरूप में सुधार हुआ है। भारतीय रुपया ने अपनी मजबूती बनाए रखी है और विदेशी मुद्राओं के साथ स्थिरता बनी हुई है।
बैंकिंग सेक्टर में सुधार: बैंकिंग सेक्टर में सुधार से वित्तीय समावेशन और सुविधाएं बेहतर हुई हैं। जन धन योजना, उज्जीवन भारत, और बैंक में खाता खोलने की पहल जैसी योजनाएं आम लोगों तक बैंकिंग सेवाओं के पहुंचने में मदद कर रही हैं।
सच्चाई यह है कि मोदी सरकार में विभिन्न क्षेत्रों में की गई पहल का सम्पूर्ण अंदाजा लगाना आकाश कुसुम जैसा है, क्योंकि यह 140 करोड़ की आबादी वाले देश में किसी निर्दिष्ट वर्ग के लिए नहीं है।
(लेखक, भाजपा किसान मोर्चा के पूर्व राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी हैं।)