सूरत  : "साइकिल टू वर्क" पहल; सरकारी कर्मचारी हर महीने के पहले शनिवार को साइकिल से कार्यालय जाएंगे

पर्यावरण संरक्षण के लिए जिला प्रशासन का "साइकिल टू वर्क" अभियान

सूरत  :

कर्मचारियों को साइकिल का प्रयोग बढ़ाने के लिए प्रेरित करने का जिम्मा स्थानीय प्रशासन ने उठाया

पर्यावरण सुरक्षा और ट्रैफिक-पार्किंग की समस्या को दूर करने के लिए जिला प्रशासन और सूरत नगर निगम ने सोमवार को ''साइकिल टू वर्क'' अभियान शुरू किया है। नगर निगम सहित जिले के विभिन्न कार्यालयों में कार्यरत सरकारी कर्मचारी  प्रत्येक माह के पहले शनिवार को साइकिल से कार्यालय आएंगे। 3 जून शनिवार को सभी कर्मचारी साइकिल चलाकर कार्यालय आएंगे और इस अभियान की शुरुआत करेंगे।

देखने में आ रहा है कि सरकारी कार्यालयों में कार्यरत अधिकारी/कर्मचारी अधिकांशत: निजी वाहनों जैसे दुपहिया और चौपहिया वाहनों में सफर कर रहे हैं और वे कार्यालय के पास आवास होते हुए भी वाहनों से कार्यालय आ रहे हैं। चूंकि आवेदक और आगंतुक भी निजी वाहनों से कार्यालयों में आते हैं, पार्किंग स्थल वाहनों से भर जाते हैं, जिससे यातायात सहित कई समस्याएं होती हैं।

अगर इस समस्या का समाधान हो जाए और अधिकारी-कर्मचारी पैदल या साइकिल से कार्यालय आएं तो यह स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद हो सकता है। वे फिट, स्वस्थ और तंदुरूस्त रह सकते हैं। वायु और ध्वनि प्रदूषण भी कम होगा, सड़क यातायात और भीड़भाड़ कम होगी।

जिला कलेक्टर आयुष ओक ने एक नई पहल करते हुए सूरत के सभी शासकीय-अर्धशासकीय कार्यालयों के कर्मचारियों से अनुरोध किया है कि वे शनिवार 03 जून को साइकिल से अथवा पैदल कार्यालय आकर कार्यालय अथवा व्यक्तिगत सोशल मीडिया एकाउंट पर फोटो पोस्ट करें। ताकि आम जनता में जागरूकता आए और साइकिल चलाने की प्रेरणा मिले।

अभियान में शामिल होने के लिए कर्मचारियों को नगर निगम की वेबसाइट  https://www.suratmunicipal.gov.in/ और सूरत स्मार्ट सिटी की वेबसाइट www.suratsmartcity.com पर पंजीकरण करना होगा। अपने सोशल मीडिया खातों से फोटो/वीडियो बनाना होगा, नगर पालिका के माईसूरत पेज को टैग करना और अपलोड करना होगा और अब से प्रत्येक माह के प्रथम शनिवार को कलेक्टर द्वारा सायकल का उपयोग किये जाने की बात कही गयी है। 

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