आंध्र प्रदेश : ‘ऐसे बेटे से तो निसंतान रहना ही अच्छा!”, पिता की चिता को आग लगाने के लिए बेटे ने मांगे तीस लाख रूपये

आंध्र प्रदेश : ‘ऐसे बेटे से तो निसंतान रहना ही अच्छा!”, पिता की चिता को आग लगाने के लिए बेटे ने मांगे तीस लाख रूपये

कलयुगी बेटे की करतूत के बाद बेटी ने किया अंतिम संस्कार, जानिए पूरा मामला

ऐसा माना जाता है कि पिता को मुखाग्नि देना बेटे का सबसे बड़ा धर्म होता है पर आंध्र प्रदेश में एक बुजुर्ग की मौत के बाद उनके कलयुगी बेटे ने अंतिम संस्कार करने से इनकार कर दिया। इतना ही नहीं इस बेटे ने पिता के अंतिम संस्कार के लिए पैसे मांगे। वो भी तीन लाख रूपये! घर की चौखट पर पिता का शव पड़ा है और अंतिम संस्कार के लिए पैसे मांगने वाले बेटे की अब चारों तरफ आलोचना हो रही है। इसके बाद मजबूरन बेटी को पिता का अंतिम संस्कार करना पड़ा। मानवता को शर्मसार करने वाला यह मामला आंध्र प्रदेश के एनटीआर जिले के पेनुगंचिप्रोलू में देखने को मिला।

क्या है पूरा मामला

मामले के बारे में बात करें तो आंध्र प्रदेश में एनटीआर जिले के पेनुगंचिप्रोलु ​​मंडल के अनिगंडालपाडु गांव के मूल निवासी गिंजुपल्ली कोटया की बीमारी के बाद मौत हो गयी थी। बेटे ने संपति से जुड़े एक विवाद के कारण पिता को मुखाग्नि देने से इनकार कर दिया। दरअसल एक संपत्ति को लेकर पिता-पुत्र में अक्सर झगड़ा होता था। कोटाया को अपनी जमीन बेचकर एक करोड़ रुपए मिले। जिसमें उन्होंने 70 लाख रुपए बेटे को दे दिए और बाकी 30 लाख रुपए अपने पास रख लिए। उनका बेटा इससे खुश नहीं था। उसने बाकी के 30 लाख रुपए भी अपने पिता से मांगे। जिसे पिता ने दें से इंकार कर दिया।

पिता को प्रताड़ित करता था बेटा

आपको बता दें कि बेटा हमेशा अपने पिता को 30 लाख रुपये के लिए प्रताड़ित करता था। रुपये नहीं देने पर पिता को जान से मारने की धमकी भी दी। उसने अपने पिता को शारीरिक रूप से भी प्रताड़ित किया। अपने बेटे की पीड़ा को सहन करने में असमर्थ, गिंजुपल्ली कोटाया अपनी पत्नी के साथ कुछ समय पहले अपनी बेटी विजयलक्ष्मी के घर गुम्मदीदुरु गांव चले गए। जिसके बाद से कपल अपनी बेटी के घर रहने लगे जहाँ यह उनकी बेटी ने उनका ख्याल रखा। हालाँकि शुक्रवार को गिंजुपल्ली कोटाया का बीमारी के बाद निधन हो गया। परिवार ने उनके बेटे को गिंजुपल्ली कोटाया की मौत की सूचना दी लेकिन उसने अपने पिता का अंतिम संस्कार करने से इनकार कर दिया।

बेटी ने अंतिम संस्कार किया

मृतक के बेटे ने स्पष्ट किया कि वह अंतिम संस्कार तभी करेगा जब गिंजुपल्ली कोटाया पैसा उसे दिया जाएगा। उसके इस व्यवहार को देखकर हर कोई हैरान रह गया। अंतिम संस्कार में मौजूद लोग कह रहे थे कि भगवान ऐसा बेटा किसी को न दें। जैसे ही बेटे ने अपने पिता का अंतिम संस्कार करने से इनकार कर दिया, बेटी विजयलक्ष्मी ने अपने ही पिता का अंतिम संस्कार कर दिया।