सूरत : हजीरा के कवास पाटिया और रिलायंस कंपनी के मार्ग पर 152 करोड़ की लागत से दो फ्लाई ओवरब्रिज बनाने का निर्णय
हजीरा औद्योगिक क्षेत्र में यातायात की समस्या और भारी वाहनों की दुर्घटनाओं को रोकने के लिए
सी.आर. पाटिल के सीधे हस्तक्षेप के बाद वर्षों पुरानी मांग पूरी हुई
गुजरात प्रदेश भाजपा अध्यक्ष और नवसारी सांसद सी. आर. पाटिल के सीधे हस्तक्षेप के कारण, सरकार ने हजीरा औद्योगिक क्षेत्र के सबसे खतरनाक दुर्घटना क्षेत्र में 152 करोड़ की लागत से 2 पुल बनाने का निर्णय लिया है और नेशनल हाईवे ऑथोरिटी ने टेंडर जारी कर दिया है। चौर्यासी विधानसभा सीट के विधायक संदीप देसाई ने कहा कि राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने हजीरा में कवास पाटिया और रिलायंस कंपनी के पास पेट्रोल पंप के सामने 152 करोड़ की लागत से दो फ्लाईओवर ओवरब्रिज के निर्माण को मंजूरी दी है। इन दोनों पुलों के लिए टेंडर भी जारी कर दिए गए हैं। बीजेपी अध्यक्ष सी. आर. पाटिल के प्रयासों से केंद्र सरकार ने सूरतवासियों को एक और तोहफा दिया है।
हजीरा क्षेत्र में कई बड़े उद्योग लगे हैं। यहां प्रतिदिन 2000 से अधिक भारी मालवाहक वाहन चलते हैं। हजीरा को धुलिया से जोड़ने वाला मुख्य राजमार्ग होने के कारण, देश के कोने-कोने से हजारों ट्रक, टेलर जैसे भारी वाहन प्रतिदिन इस राजमार्ग का उपयोग करते हैं। हजीरा कंपनियों के आसपास कवास, हजीरा, मोरा, दामका, भटलाई, जूनागाम, राजगरी समेत 10 गांव हैं। इन गांवों के लोग रोजमर्रा के काम के लिए इसी हाइवे का इस्तेमाल करते हैं। साथ ही कंपनी में आने वाले कर्मचारी भी बड़ी संख्या में निजी वाहनों से यात्रा करते हैं। भारी ट्रैफिक के कारण सर्विस रोड पर बड़ी संख्या में वाहन पार्क किए जाते हैं। जिसके कारण कवास पाटिया से मोरा तक जाने वाले हाईवे पर ट्रैफिक जाम की समस्या दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है।
क्षेत्र के निर्वाचित नेताओं ने, ग्रामीणों की इस समस्या को स्थायी आधार पर हल करने के लिए चौर्यासी विधायक संदीप देसाई को एक अभ्यावेदन दिया। विधायक ने गुजरात प्रदेश अध्यक्ष सी.आर. पाटिल के समक्ष प्रेजेंटेशन दिया। सी. आर. पाटिल ने केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी से मुलाकात की, जिन्होंने लोगों की परेशानी को देखते हुए राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण को तत्काल प्रभाव से कवास पाटिया और रिलायन्स पेट्रोल पंप के पास ओवरब्रिज बनाने का आदेश दिया। इसी बीच हाईवे अथॉरिटी ने तत्काल प्रभाव से इस जगह पर 152 करोड़ की लागत से पुल बनाने का टेंडर जारी कर दिया था।